भोपाल: 18 फरवरी से मध्य प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र शुरू होने जा रहा है. चार दिवसीय सत्र में तीन दिन सदन का कामकाज होगा. सत्र शुरू होने से पहले विपक्ष ने भी सरकार को घेरने को लेकर अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि उन्होंने सभी विधायकों को अपने-अपने क्षेत्र की समस्याओं को सदन में दमदारी से उठाने को लेकर एक पत्र लिखा है.


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भार्गव के मुताबिक राज्य में वित्तीय एवं प्रशासनिक स्थिति भयाभय एवं खतरनाक है. सत्र से सदन में ध्यानाकर्षण एवं स्थगन प्रस्ताव शुरू हो जाएंगे जिनके जरिये बीजेपी कई मुद्दों को सदन में उठाएगी. एक बार फिर तबादलों पर नेता प्रतिपक्ष ने सरकार को घेरा. अधिकारियो के लगातार हो रहे तबादलों को लेकर तंज कसते हुए भार्गव ने कहा कि प्रतिदिन तबादलों को लेकर काम चल रहा है. 


तबादलों में करोड़ों रुपये की दलाली का गंभीर आरोप लगाते हुए भार्गव ने कहा कि दलाल मंत्रालय में घूम रहे हैं. अरबों रुपये का लेनदेन हो रहा है. हमने मंत्रालय का विस्तार इसलिए किया था कि कामकाज ठीक से हो लेकिन इस सरकार के आने के बाद से रोज 5 हजार से 7 हजार लोग मंत्रालय में आ रहे हैं. 


भार्गव ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर लोकसभा चुनावो को लेकर सरकार अपने अधिकारियो की जमावट कर रही हैं जो उनको लोकसभा चुनावो में मदद करेंगे तो हम जोरदार विरोध सड़कों पर करेंगे. ऐसे में भंग हुए प्रशासनिक माहौल का मुद्दा विपक्ष सदन में उठाएंगे. भार्गव के मुताबिक हमारे कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित किया जा रहा है. 


गोपाल भार्गव ने आरोप लगाया है कि सरकार का खजाना खाली है अब निराश्रित निधि का उपयोग अन्य सरकारी कार्यो में सरकार कर रही है. निराश्रित निधि हमारी सरकार फिक्स डिपाजिट करती थी. उसके ब्याज की राशि को ही व्यय करने का अधिकार कलेक्टर को होता है. यह सरकार उस फिक्स डिपाजिट की राशि को निकालकर अपने ऐशोआराम पर खर्च कर रही है. गोपाल भार्गव ने कहा इस गरीबों, निराश्रित, दिव्यांगों के लिए निर्धारित निधि का उपयोग किसी अन्य कार्य के लिए किया तो सीएम हाउस के सामने हड़तल करेंगे धरना देंगे.