संजय लोहानी/ सतना: मध्य प्रदेश (MP News) के सतना से मानवता को शर्मसार करने वाली एक खबर सामने आई है. बता दें कि जिला अस्पताल में नवजात जुड़वा बच्चों की मौत के बाद परिजनों ने और प्रसूता को अस्पताल में छोड़ दिया है. जुड़वा बच्चों की मौत के बाद महिला का हाल - चाल जानने और बच्चों के अंतिम संस्कार के लिए कोई परिजन नहीं दिखाई दिया. ऐसे में अब अंतिम संस्कार के लिए सिविल सर्जन ने नगर निगम को पत्र लिखा है. कल नगर निगम के द्वारा मृतक बच्चों का अंतिम संस्कार किया जाएगा. जानिए पूरा मामला.  


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पड़ोसी ने कराया एडमिट 
सतना जिले में प्रसव पीड़ा से तड़प रही महिला को उसके पड़ोस की महिला ने सतना जिला अस्पताल में एडमिट कराया और फिर वहां से चली गई. इसके बाद महिला को जुड़वा बच्चे हुए लेकिन दोनों ने दम तोड़ दिया. इसके बाद बच्चे लावारिस स्थिति में दो दिन से  पीएम हाउस में पड़े हैं. जब इसकी सूचना नगर निगम को लगी तो टीम पहुंच कर कागजी कार्रवाई की और कहा जा है कि कल बच्चों का अंतिम संस्कार किया जाएगा. 


नहीं पहुंचे परिजन
मिली जानकारी के अनुसार पता चला है कि महिला एनीमिया से पीड़ित है. बच्चों की मौत के बाद उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है. उसे एमरजेंसी वॅार्ड में रखा गया है. वो जिंदगी और मौत से लड़ रही है लेकिन उसे देखने के लिए न ही ससुराल पक्ष से कोई आया और न ही मायके पक्ष से कोई आया.  इसके अलावा पता चला है कि महिला का पति पत्नि को छोड़कर गुजरात में रहता है. 


ये भी मामला आया था सामने 
सतना में इसके पहले बीते जून में एक निजी अस्पताल में गर्भवती महिला की मौत की खबर सामने आई थी. गर्भवती महिला के पेट में जुड़वा बच्चे भी थे. गर्भवती महिला की मौत के बाद काफी ज्यादा हंगामा भी खड़ा हुआ था. परिजनों ने अस्पताल के संचालक पर आरोप भी लगाया था.