Mental Health: बस अपना लें ये 9 आदतें, मजबूत हो जाएगा दिमाग
Mental Health: मानसिक स्वास्थ्य में सुधार रोजाना की चीज है जिसमें आपके जीवन के विभिन्न पहलु शामिल है. इन रोज की आदतों को धीरे-धीरे अपने रूटीन में शामिल करने से आपकी मानसिक सेहत में सुधार हो सकता है.
मानसिक स्वास्थ्य
समय के साथ अपने रूटीन में आदतें शामिल करने से आपके मानसिक स्वास्थ्य में कई पॉजीटिव बदलाव आते है. लगातार इस पर कार्य करने से इसका असर आप पर धीरें-धीरें दिखता है. ऐसे कई चीजें की जा सकती है जिससे आप चेंज ला सकते है.जैसे-
मेडिटेशन
जिस प्रकार आप अपने दिन की शुरूआत करते है बाकी दिन भी उसी तरह बितता है. मेडिटेशन के साथ दिन की शुरूआत करें. इससे आपके शरीर और दिमाग दोनों को ताकत मिलेगी.
एक्सरसाइज करें
एक्सरसाइज करने से आपके शरीर और दिमाग दोनो के लिए फ्यूल का काम करता है. एक्सरसाइज से आपके शरीर में एंडोर्फिन हार्मोन बनता है जिससे आपके तनाव में कमी आती है.
बैलेंस डाइट
हम जो खाते हैं हमारे शरीर के साथ-साथ मन पर भी उसका असर पड़ता है. इसका ध्यान रखना चाहिए कि हम संतुलित आहार लें. फल, सब्जी, फैट, प्रोटीन से भरपूर भोजन लें.
अच्छी नींद
मन की शांति के लिए अच्छी नींद बहुत जरूरी है. कई रिसर्च ये बताते हैं कि हमें कम से कम 7-8 घंटे की नींद की जरूरत है. अच्छी नींद से हमारे पूरे दिन के काम तरीके से होगा और उसको करने में हमारा मन भी लगेगा.
मन को शांत करें
माइंडफुल अभ्यासों को शामिल करें. जैसे गहरी सांस लेना, अपने पसंद का म्यूजिक सुने, अच्छे वक्ताओं को सुनें आदि.
कनेक्ट और संवाद करें
मानसिक भलाई के लिए सोशल रिलेशन जरूरी हैं. दोस्तों, परिवार के लोगों के साथ बातचीत के लिए समय निकालें. बातचीत में शामिल होने, अनुभव साझा करने से तनाव कम होता है और अपनेपन की भावना बढ़ती है.
रियलिस्टिक टारगेट तय करें
सॉर्ट और बीग टर्म टारगेट दोनों ही प्राप्त करने योग्य लक्ष्य तय करने से अचिवमेंट की भावना पैदा कर सकता है. बड़े लक्ष्यों को छोटे, टारगेडेट कार्यों में तोड़ें और हासिल किए गए जाने पर खुशी भी मनाएं.
टेक डिटॉक्सीफिकेशन
इस डिजिटल युग में, हमेशा कनेक्टिविटी भारी पड़ सकती है. स्क्रीन से डिस्कनेक्ट करने के लिए हर दिन समय बांट लें- चाहे वह फोन, लैपटॉप या टीवी हो.
एक्सपर्ट्स की मदद लें
अगर कोई अपने मानसिक स्वास्थ्य को लेकर लगातार चुनौतियों का सामना कर रहा है, तो उसे पेशेवर सहायता प्राप्त करना जरूरी है. मानसिक स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं को प्रभावी ढंग से ठीक करने के लिए चिकित्सक, परामर्शदाता या मनोवैज्ञानिकों के पास जाया जा सकता है.