Premanand Maharaj: सर्दियों में सुबह-सुबह उठने में नहीं आएगा आलस, अपनाएं प्रेमानंद महाराज के आसान तरीके
Premanand Ji Maharaj Tips To Wake Up Early Morning: सर्दियों की सीजन में लोगों को सुबह-सुबह उठने में आलस आती है. इस वजह से लोग बिस्तर में अधिक वक्त बिताना पसंद करते हैं. लेकिन इससे हमारी दिनचर्या खराब हो जाती है, जिसका असर सेहत पर भी देखने को मिलता है. ऐसे में आज हम आपको प्रेमांदन महाराज के बताए गए कुछ ऐसे उपाय बताने जा रहे हैं, जिससे आपको सुबह उठने में आलस नहीं आएगी.
प्रेमानंद महाराज के उपाय
दरअसल, सर्दियों के सीजन में सुबह-सुबह ज्यादात्तर लोगों को नींद खुलने और बिस्तर से निकलने में समस्या होती है. यदि आप ठंडी के दिनों में सुबह जल्दी उठने में परेशानी महसूस करते हैं, तो ये खबर जरुर पढ़ें. आइए प्रेमानंद महाराज से जानते हैं सुबह जल्दी उठने के सुझाव...
टाइमिंग फिक्स करें
वृंदावन के मशहूर संत प्रेमानंद जी महाराज बताते हैं कि नींद से जागने के लिए शरीर और दिमाग को प्रशिक्षित करनी जरूरत होती है. इसके लिए रोज सोने से पहले तय कर लें कि आपको सुबह उठना ही है. अगर दिमाग को किसी काम के लिए दृढ़ता से तैयार करने से वह कार्य जरूर किया जा सकता है. ये तरीका आलस दूर करके आपको सुबह उठने में मदद कर सकता है.
रात को पहले सोएं
प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि सुबह जल्दी जागने के लिए एक रात पहले समय पर बिस्तर पर जाएं. जब रोजाना समय पर सोएंगे तो समय पर उठने की आदत स्वयं बन जाएगी. इससे शरीर के नींद चक्र में सुधार भी होता है.
कैसे आएगी बेहतर नींद
प्रेमानंद महाराज के मुताबिक, बेहतर नींद के लिए शाम को जल्दी भोजन कर लें. जल्दी भोजन करने से पाचन क्रिया समय पर होती है और बेहतर नींद आती है. वहीं, अगर आप देर से भोजन करते हैं तो रात को जल्दी नींद नहीं आती है.
अपने आप खुलेगी नींद
मशहूर संत प्रेमानंद के मुताबिक, रात का खाना जल्दी और हल्का भोजन करें. इससे नींद अच्छी और आरामदायक आती है. जिससे सुबह अपने आप नींद खुलती है. रात की अच्छी नींद से पूरे दिन ऊर्जावान महसूस करेंगे.
सोने से पहले पिएं पानी
रात को सोने से कुछ घंटे पहले भरपूर पानी पीएं. अगर शरीर में पर्याप्त पानी होगा तो रात में प्यास कम लगेगी, जिससे अबाधित और बेहतर नींद आएगी.
सर्दियों में देर तक सोने की वजह
सर्दियों में देर तक सोने की वजह आलस और ठंड में गर्माहट देता आप का बिस्तर भी है. इसके लिए आप अपने कामों पर फोकस करते हुए बिस्तर का त्याग कर दें. क्योंकि, कई बार नींद पूरी होने पर आप सुबह अपने समय पर जाग तो जाते हैं लेकिन अपने कंबल या रजाई से बाहर नहीं आना चाहते.