Surya Namaskar: ये हैं सूर्य नमस्कार के 12 आसन, रोजाना करने के हैं ढेर सारे फायदे
Benefits of Surya Namaskar: रोजाना सिर्फ 10 मिनट सूर्य नमस्कार करने के ढेरों फायदे हैं. 10 मिनट में सूर्य नमस्कार के 12 आसन कर आप अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बहुत लाभ पहुंचा सकते हैं. जानते हैं सभी 12 आसन और उनसे मिलने वाले फायदों के बारे में-
प्रणामासन - एक बार फिर प्रणामासन की मुद्रा में आ जाएं. यानी हाथ जोड़कर खड़े हो जाएं.
हस्तोत्तानासन- अब एक बार फिर हस्तोत्तानासन पर वापस आ जाएं. हाथों को ऊपर की ओर उठाएं और पीछे की ओर थोड़ा झुकें. इस बात का ध्यान रखें कि दोनों हाथ कानों से सटे हुए हों.
हस्तपादासन- अब हाथों को ऊपर उठाए हुए ही आगे की ओर झुकने की कोशिश करें और धीरे-धीरे सांस छोड़ते रहें.हाथों को पैरों के बगल में लाएं. ध्यान रखें कि आपके घुटने न मुड़ें.
अश्व संचालनासन- अब इस बार दाएं पैर को पीछे ले जाएं और बाएं पैर को घुटने से मोड़ते हुए छाती से सटाएं.
अधोमुख श्वानासन- इसके बाद हथेली और पैर को जमीन पर रखे और कूल्हे को ऊपर की ओर उठाएं और अपनी बॉडी से V शेप बनाएं.
भुजंगासन- अब अपनी कोहनी को कमर से सटाते हुए हाथों के पंजे के बल से छाती को ऊपर की ओर उठाएं. गर्दन को ऊपर की ओर उठाते हुए पीछे की ओर ले जाएं.
अष्टांग नमस्कार- अब घुटनों को जमीन से छुआएं और सांस छोड़ें. ठोड़ी, छाती, हाथ और पैर को जमीन पर छुआएं और अपने कूल्हे के हिस्से को ऊपर की ओर उठाएं.
दंडासन- इसके बाद गहरी सांस लेते हुए दाएं पैर को पीछे की ओर ले जाएं और शरीर को एक सीध में रखकर हाथों पर जोर देकर इसी अवस्था में रहें.
अश्व संचालनासन- अब अपने बाएं पैर को पीछे ले जाए और दाएं पैर के घुटने से मोड़ते हुए छाती से सटाएं.
हस्तपादासन- इसके बाद अब दोनों हाथों को सामने लाकर आगे की ओर झुकने की कोशिश करें. धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए हाथों को पैरों के बगल में लाएं. ध्यान रखें कि आपके घुटने न मुड़ें.
हस्तोत्तानासन- अब खड़े-खड़े हाथों को ऊपर की ओर उठाएं और पीछे की ओर थोड़ा झुकें. इस बात का ध्यान रखें कि दोनों हाथ कानों से सटे हुए हों.
प्रणामासन- सबसे पहले सीधे खड़े हो जाएं और दोनों हाथों को जोड़ कर सीने से सटा लें और गहरी, लंबी सांस लेते हुए आराम की अवस्था में खड़े रहें.
सूर्य नमस्कार के फायदे
रोजाना सूर्य नमस्कार करने से रीढ़ की हड्डी मजबूत और लचीली होती है. इसके अभ्यास से आपका बॉडी पॉश्चर बेहतर होता है. मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है. आपका पेट कम होता है.शरीर डिटॉक्स होता है. इससे बॉडी लचीली होती है और वजन कम करने में भी मदद मिलती है.