रतलाम: कोरोना वायरस की वजह से देश मुश्किल घड़ी से जूझ रहा है. ऐसे में मध्य प्रदेश के रतलाम की रहने वाली 90 साल की बुजुर्ग महिला पुष्पलता शर्मा ने मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाया है. उन्होंने देश प्रेम दिखाते हुए 5 लाख की राशि जिला प्रशासन को सौंपी है. ये राशि स्वास्थ्य विभाग में पीपीई किट के लिए काम आएगी.


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बुजुर्ग महिला ने दान की पेंशन की राशि
दरअसल, पुष्पलता शर्मा टीवी पर कई दिनों से लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण की खबरें देख रही थी, प्रधानमंत्री की अपील के बाद उनके में मन कोरोना युद्ध में अपना योगदान देने की प्रेरणा आई और उन्होंने बुढ़ापे में काम आने वाले पेंशन के रुपयों में से 5 लाख देश के नाम कर दिए.


कोरोना महामारी के बीच महादान करने के लिए बुजुर्ग महिला पहले 1 लाख लेकर अपने पड़ोसी महेंद्र पटवा के पास पहुंची, थोड़ी देर बाद बुजुर्ग महिला 2 लाख और लेकर आई, उन्होंने 3 लाख रुपये जिला प्रशासन को देने को कहा ,लेकिन तब भी उनको तसल्ली नहीं हो रही थी, वह 2 लाख और लेकर आईं और कहा कि मैं अब पूरे 5 लाख प्रशासन को मदद के लिए देना चाहती हूं.


बुजुर्ग महिला की इच्छा पूरी करने के लिए पड़ोसी महेंद्र पटवा ने जिला प्रशासन से बात की. इसके बाद पुष्पलता शर्मा को पड़ोसी महेंद्र पटवा कलेक्टर कार्यालय ले गए. जहां डिप्टी कलेक्टर शेराली जैन ने 5 लाख की राशि स्वास्थ्य विभाग को पीपीई किट खरीदने के लिए दी.


कौन हैं पुष्पलता शर्मा
पुष्पलता शर्मा शासकीय सेवा से रिटायर्ड शिक्षिका हैं. मिलिट्री के बच्चों को पढ़ाती थीं. पति के देहांत के बाद वह रतलाम में रहने लगीं, पुष्पलता शर्मा की कोई संतान भी नहीं है, वह वर्षों से एक खस्ताहाल मकान में अकेली रहती हैं.


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बुजुर्ग महिला के जज्बे का जवाब नहीं
बुजुर्ग महिला के पड़ोसी महेन्द्र पटवा ने बताया कि बुजुर्ग महिला वर्षों से अकेली ही रहती हैं. 2014 में अम्माजी के घर में चोर घुस गए थे, लेकिन अम्माजी ने चोरों की जमकर पिटाई कर दी. घायल चोर पुलिस पकड़ में भी आ गए, जिसके बाद उस समय एसपी ने अम्माजी को सम्मानित भी किया था.


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