इंदौर/अंशुल मुकातीः फर्जीवाड़ा कर आईएएस बने अधिकारी को हवालात में वीआईपी सुविधा देने का मामला सामने आया है. बता दें कि हवालात में बंद आईएएस अधिकारी संतोष वर्मा की बैरक के बाहर पंखा लगवाया गया है. 


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पुलिस को है इस बात का डर
दरअसल आरोपी अधिकारी काफी तनाव में हैं और पूरी रात उन्होंने हवालात में जागकर बिताई है. ऐसे में पुलिस को डर है कि अधिकारी बदनामी के डर से सुसाइड ना कर लें, इसलिए उन पर निगरानी रखने के लिए 3-4 पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है. 


जज का जाली साइन कर बने आईएस
बता दें कि आईएएस संतोष वर्मा पर आरोप है कि वह जज के जाली हस्ताक्षर कर आईएएस पद पर प्रमोट हुए. जिला न्यायालय इंदौर के विशेष न्यायाधीश विजेंद्र सिंह रावत ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कराई थी. जिसके बाद पुलिस ने फर्जीवाड़े के आरोप आईएएस अधिकारी को हिरासत में ले लिया गया. 


ऐसे आए पकड़ में
दरअसल लोक सेवा आयोग द्वारा संतोष वर्मा के दस्तावेजों की जांच की गई, जिसमें फर्जी हस्ताक्षर करने का खुलासा हुआ. जिसके बाद मामले की जांच की गई. बता दें कि संतोष वर्मा राज्य सेवा आयोग के अधिकारी रहे और जब उनकी आईएएस पद पर पदोन्नति होने वाली थी, उसी दौरान उनके साथ लिवइन रिलेशन में रहने वाली एक महिला ने उनके खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज कराया था. 


इसके चलते संतोष वर्मा की पदोन्नति नहीं हो पा रही थी. यही वजह है कि उन्होंने कोर्ट का फर्जी हलफनामा बनावकर पदोन्नति पा ली थी. अब खुलासे के बाद उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.