कैलाश विजयवर्गीय ने बताया टेस्ट और टी-20 का कॉम्बिनेशन, इस पद से जल्द दे सकते हैं इस्तीफा
Kailash Vijayvargiya: बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय एक बार फिर मध्य प्रदेश में वापसी कर चुके हैं, उन्हें सीएम मोहन यादव के मंत्रिमंडल में मंत्री बनाया गया है.
CM Mohan Cabinet: मध्य प्रदेश में हुए कैबिनेट विस्तार में 28 नए मंत्रियों ने शपथ ली है. बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भी मंत्री बनाए गए हैं. मंत्री बनने के बाद उन्होंने नई जिम्मेदारी पर बड़ा बयान दिया है. विजयवर्गीय ने टीम को टेस्ट और टी-20 का कॉम्बिनेशन बताया है. साथ ही अपने अपने इस्तीफे को लेकर भी बड़ी बात कही है.
टेस्ट और टी-20 दोनों के खिलाड़ी हैं शामिल
कैलाश विजयवर्गीय से जब मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा 'मंत्रिमंडल विस्तार में पूरा संतुलन है. नई टीम में टेस्ट के खिलाड़ी भी है और टी-20 के प्लेयर भी शामिल हैं. ऐसे में पूरी संतुलन के साथ टीम काम करेगी, जनहित और विकास के कार्यों में तेजी रहेगी.' दरअसल, विजयवर्गीय का कहना है कि टीम में अनुभवी चेहरों को भी शामिल किया गया है, जबकि कुछ नए विधायकों को भी मंत्री बनाया गया है.
महासचिव पद से दे सकते हैं इस्तीफा
कैलाश विजयवर्गीय बनने से पहले बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव की जिम्मेदारी निभा रहे थे. लेकिन बीजेपी में एक पद एक व्यक्ति का फॉर्मूला चलता है, ऐसे में अब वह जब फिर से मध्य प्रदेश में कैबिनेट मंत्री बन चुके हैं तो राष्ट्रीय महासचिव का पद छोड़ सकतें है. कैलाश विजवयर्गीय का कहना है कि उनका इस्तीफा तैयार है राष्ट्रीय अध्यक्ष के फैसले का इंतजार कर रहे हैं. बता दें कि कैलाश विजयवर्गीय 2015 में पहली बार बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव बने थे.
2015 के बाद उन्होंने लगातार इसी पद पर रहते हुए राष्ट्रीय राजनीति में काम किया है. इस दौरान बीजेपी ने कैलाश विजयवर्गीय को कई राज्यों का प्रभारी भी बनाया था. विजयवर्गीय पश्चिम बंगाल जैसे बड़े राज्य के प्रभारी रहे हैं. लेकिन अब विजयवर्गीय की एक बार फिर गृह राज्य में वापसी हो गई है.
बड़े विभाग की जिम्मेदारी संभाल सकते हैं विजयवर्गीय
कैलाश विजयवर्गीय इंदौर-1 विधानसभा सीट से चुनाव जीते हैं. वह पहले भी 2003 से 2015 तक मंत्री रह चुके हैं. इस दौरान वह शहरी एवं विकास मंत्रालय और लोक निर्माण विभाग जैसे अहम मंत्रालयों के मंत्री रह चुके हैं. उनकी सीनियरटी के लिहाज से बीजेपी इस बार उन्हें इस बार भी कोई अहम मंत्रालय दे सकती है.
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