लापरवाही की इंतहाः श्मशान घाट पर खुले में फेंकी जा रही पीपीई किट,अंतिम संस्कार प्रक्रिया का भी हो रहा अपमान
आलम ये है कि चौहानी श्मशान घाट में चिता के साथ ही पीपीई किट को भी जला दिया गया. मृत्यु पश्चात मनुष्य के शरीर को सम्मान के साथ पंचतत्व में विलीन करने की बजाय उसका मजाक उड़ाया गया.
कर्ण मिश्रा/जबलपुर: जहां देशभर में कोरोना संक्रमण के कारण लगातार कई मौतें हो रही हैं. वहीं मध्य प्रदेश के जबलपुर से कुछ ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं, जिन्हें देखकर लोगों की लापरवाही का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है. बात जबलपुर के श्मशान घाटो की है, जहां लोग कोरोना संक्रमित के शव को जलाने आ रहे हैं और PPE किट को खुले में ही फेंक कर जा रहे हैं
लोगों की इस हरकत से हवा में संक्रमण का खतरा और बढ़ सकता है. बावजूद इसके लोग पीपीई किट को डिस्पोज करने की बजाय खुलेआम फेंक रहे हैं.
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जो तस्वीरें सामने आई हैं वह जबलपुर के चौहानी और तिलवारा श्मशान घाट की हैं. लेकिन बताया जा रहा है कि यहां ऐसे ही नजारे लगभग सभी श्मशान घाटों के पास देखने को मिल रहे हैं.
आलम ये है कि चौहानी श्मशान घाट में चिता के साथ ही पीपीई किट को भी जला दिया गया. मृत्यु पश्चात मनुष्य के शरीर को सम्मान के साथ पंचतत्व में विलीन करने की बजाय उसका मजाक उड़ाया गया.
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वैसे तो नियमानुसार कोविड पॉजिटिव शव के अंतिम संस्कार और पीपीई किट को डिस्पोज करने की जिम्मेदारी मुक्तिधाम के कर्मचारियों एवं नगर निगम के कर्मचारियों की है, लेकिन कोई भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है. शासन, प्रशासन के निर्देशों की धज्जियां उड़ाती इन तस्वीरों के सामने आने के बाद जब कलेक्टर कर्मवीर शर्मा से पूछा गया तो वे भी नगर निगम पर जवाबदारी टालते हुए नजर आए.
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