Puja Tips: रोजमर्रा जीवन में पूजा एक अहम हिस्सा होती है. घर-मंदिर में पूजा करने के लिए हम रोजाना अगरबत्ती या धूप का प्रयोग करते हैं. शास्त्रों में अगरबत्ती के प्रयोग की मनाही है. वहीं वैज्ञानिक कारणों को भी देखें तो भी पूजा के दौरान अगरबत्ती के बजाय धूप का प्रयोग ज्यादा अच्छा है. आइए जानते हैं इस बारे में-


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धार्मिक कारण
धार्मिक शास्त्रों और मान्यताओं के मुताबिक कभी भी पूजा में बांस का प्रयोग नहीं करना चाहिए. दरअसल, अगरबत्ती में ज्यादातर बांस की लड़की प्रयोग किया जाता है. शास्त्रों में पूजा के दौरान बांस का उपयोग वर्जित है. पूजा-पाठ में बांस के प्रयोग की मनाही है. मान्यता है कि इंसान की मृत्यु के बाद  अर्थी में बांस की लकड़ी का प्रयोग होता है. ऐसे में बांस की लकड़ी का प्रयोग अच्छा नहीं माना जाता है. साथ ही बांस को जलाने से पितृ दोष लगता है.


वैज्ञानिक कारण
पूजा के दौरान अगरबत्ती का उपयोग न करने का वैज्ञानिक कारण भी है. बांस में हेवी लेड और मेटल होता है, जो जलने पर खतरनाक ऑक्साइड बनाता और सांस को नुकसान पहुंचाता है. इसके अलावा इसमें खुशबू के लिए उपयोग किए जाने वाले केमिकल भी हमारे लिए अच्छे नहीं होते हैं. 


पूजा में धूप
धूपबत्ती में मौजूद तत्व हवा में मौजूद विषाणुओं का खत्म करने में काफी हद तक मदद करते हैं. साथ ही शास्त्रों में भी धूप जलाने का ही बात कही गई है.  धूप जलाने से मानसिक शांति मिलती है. इसके अलावा  घर से निगेटिविटी दूर होती है और पॉजिटिविटी आती है. साथ ही धूप जलाने पर उससे निकलने वाली खुशबू से स्ट्रेस दूर होता है, गृहकलह और आकस्मिक घटना-दुर्घटना से बचाव होता है, वास्तुदोष मिटता है ग्रह-नक्षत्रों से होने वाले बुरे असर भी कम होने लगते हैं.


Disclaimer: यहां दी गई सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. हम आपको विनम्रता पूर्वक यह सूचित करना चाहते हैं कि ZEE MP-CG किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. यह एक साधारण जानकारी है, जो कि सामान्य जागरुकता पर आधारित है. इसकी वैधानिक पुष्टि नहीं की जा रही है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित सक्षम विशेषज्ञ से सलाह लेकर उसे क्रियान्वयन के स्तर पर लेकर आएं.