Ganesh Visarjan 2023: हिंदू धर्म में गणेश चतुर्थी की काफी ज्यादा मान्यता है. इस दिन लोग गणपति वप्पा को स्थापित करते हैं. इसके बाद हर साल गणपति का विसर्जन किया जाता है. इस दिन अनंत चतुर्दशी का व्रत भी रखा जाता है औऱ भगवान विष्णु की विधि विधान से पूजा की जाती है. ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी के दिन अनंत चतुर्दशी मनाया जाता है. इसी मौके पर गणेश उत्सव का समापन होता है. इस साल ये व्रत कब है और गणेश भगवान को कब विसर्जित किया जाएगा क्या समय है और क्या शुभ मुहूर्त है, यहां जानें. 


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अनंत चतुर्दशी 
इस साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि की शुरूआत 27 सितंबर यानि की आज रात 10. 19 बजे से शुरू होगी. इसका समापन अगले दिन यानि की 28 सितंबर को शाम 4 बजकर 29 मिनट पर होगा. इस मौके पर भगवान विष्णु की विधिवत पूजा की जाती है. इसका शुभ मुहूर्त सुबह 6.20 बजे से शाम 6.49 तक रहेगा. 


विसर्जन शुभ मुहूर्त 
पंचांग के अनुसार इस साल 28 सितंबर को यानि की कल गणेश भगवान का विसर्जन किया जाएगा. इस दौरान भक्त धूमधाम से गणपति महाराज की विदाई करेंगे. इसके लिए इस बार तीन शुभ मुहूर्त है. बता दें कि पहला शुभ मुहूर्त 6.16 से 7.40 बजे तक. जबकि दूसरा मुहूर्त 10. 42 से 6.10 बजे तक और तीसरा मुहूर्त शाम 4.41 से रात 9 बजकर 10 मिनट तक है. इस मुहूर्त के हिसाब से आप बप्पा का विसर्जन कर सकते हैं. 


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विसर्जन विधि
अनंत चतुर्दशी के दिन शुभ मुहूर्त में गणेश जी की प्रतिमा का विसर्जन करने से पहले उनकी विधि विधान से पूजा करें और उन्हें उनकी पसंदीदा चीजें अर्पित करें. बीते 10 दिन में भगवान गणपति के पूजा में जो भी भूल चूक हुई हो, उसके लिए क्षमा मांगे. अब आप भगवान गणपति को अर्पित की हुई सभी वस्तुएं एक पोटली में बांधे. साथ ही भगवान गणपति की प्रतिमा का विसर्जन किसी पवित्र नदी में करें. ध्यान रहे विसर्जन के दौरान गणेश जी की प्रतिमा को धीरे-धीरे छोड़ें.