Lohri 2024 Date: क्यों मनाया जाता है लोहड़ी? जानिए इसकी पौराणिक, ऐतिहासिक मान्यता
Lohri 2024 Date: साल 2024 में लोहड़ी कब है. इसके पीछे की धार्मिक ऐतिहासिक मान्यता क्या है जानते हैं इसके बारे में.
Lohri 2024 Date: हिंदू धर्म में त्योहारों का काफी ज्यादा महत्व होता है. इन त्योहारों को लोग धूम धाम से मनाते हैं, हर साल की शुरुआत में लोहड़ी का त्योहार मनाया जाता है. ये मकर संक्रांति के एक दिन पहले मनाया जाता है. इस साल मकर संक्रांति का त्योहार 14 जनवरी को है. इस लिहाज से 13 जनवरी को लोहड़ी मनाया जाएगा. ये क्यों मनाया जाता है. इसके पीछे की क्या मान्यता है जानते हैं.
ये है मान्यता
ऐसा कहा जाता है कि वैसाखी त्योहार की तरह लोहड़ी का सबंध भी फसल और मौसम से है. इस दिन से गन्ने की फसल बोई जाती है. इससे पहले रबी की फसल काटकर घर में रखी जाती है. इस दिन लोहड़ी की अग्नी में उन्ही कटी फसलों की खुशियां मनाई जाती हैं. इसके अलावा कई ऐतिहासिक मान्यता भी है.
ऐसा कहा जाता है कि अकबर के समय में दुल्ला भट्टी पंजाब प्रान्त का सरदार था. उसे पता चला की संदलबार (वर्तमान पाकिस्तान) में लड़कियों की बाजारी होती है. तब दुल्ला ने इस का विरोध किया और लड़कियों को दुष्कर्म से बचाया कर उनकी शादी करवा दी. इस विजय के दिन के कारण भी लोग लोहड़ी का पर्व मनाते हैं. सीथ ही साथ ऐसी भी मान्यता है कि लोहड़ी का त्यौहार संत कबीर की पत्नी लोई की याद में मनाया जाता है.
धार्मिक मान्यता
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पता चलता है कि सती के त्याग के रूप में यह त्योहार मनाया जाता है. कथानुसार जब प्रजापति दक्ष के यज्ञ की आग में कूदकर सती ने आत्मदाह कर लिया था. उसी दिन की याद में यह पर्व मनाया जाता है. इसके अलावा कहा जाता है कि कंस ने भगवान श्रीकृष्ण को मारने के लिए नंदगांव में लोहिता नाम की राक्षसी को भेजा था. उस समय सब संक्रांति की तैयारी कर रहे थे. कृष्णजी ने लोहिता का ही वध कर दिया. इस वजह से भी मकर संक्रांति से एक दिन पहले लोहड़ी मनाया जाता है. लोहड़ी की चमक- धमक देश के कई हिस्सों में देखने को मिलती है.
( Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है. ZEE News इसकी पुष्टि नहीं करता है.)