Magh Amavasya 2024: सनातन धर्म में अमावस्या के दिन स्नान-दान का बहुत महत्व है. हर महीने में एक अमावस्या आती है. फरवरी के महीने में आने वाली माघी अमावस्या का खास महत्व है. माघ के महीने में आने वाली अमावस्या को माघी अमावस्या या मौनी अमावस्या कहा जाता है. जानते हैं कि इस बार माघ अमावस्या कब है और इस दिन का क्या महत्व है. 


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अमावस्या का महत्व
सनातन धर्म में अमावस्या का अपना महत्व है. इस तिथि पर पितृदेव के लिए स्नान और दान का प्रावधान है. मान्यता है कि इस दिन स्नान और दान करने से पितृदेव प्रसन्न होते हैं. इस दिन धार्मिक कार्य करने से पितृ दोष से राहत मिलती है. 


कब है माघ अमावस्या
इस साल माघ माह की शुरुआत 26 जनवरी से हो रही है. माघ माह के कृष्ण पक्ष में आने वाली अमावस्या को माघ अमावस्या कहा जाता है. माघ अमावस्या को मौनी अमावस्या भी कहा जाता है. इस बार मौनी अमावस्या 9 फरवरी को पड़ेगी. इस तारीख पर शुक्रवार का दिन रहेगा. इसी दिन प्रयागराज में माघ मेले का तीसरा स्नान किया जाएगा.माघ अमावस्या पर कई लोग पितृ दोष और कालसर्प दोष से मुक्ति के लिए व्रत भी रखते हैं. 


माघ अमावस्या 2024 मुहूर्त 
अगर आपको भी माघ अमावस्या की सही तारीख को लेकर कंफ्यूजन है तो उसे दूर कर देते हैं. पंचांग के अनुसार माघ (मौनी) अमावस्या की शुरुआत 9 फरवरी को सुबह 8 बजकर 2 मिनट पर होगी और अगले दिन यानी 10 फरवरी को शाम 4 बजकर 28 मिनट तक रहेगी. 


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इस दिन  संगम तट पर स्नान करना बेहद शुभ माना गया है. शास्‍त्रों के मुताबिक मौनी अमावस्या पर देवता और पितर अदृश्‍य रूप से संगम में स्‍नान करते हैं. माना जाता है कि इसी दिन मनु ऋषि का जन्म हुआ था. इस दिन मौन व्रत रखने से शरीर में सकारात्मक ऊर्जा और आत्मविश्वास बढ़ता है. इस दिन सूर्य देव को अर्घ्य और दान का भी विशेष महत्व है. 


Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है. इस जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले किसी पंडित या ज्योतिष से सलाह जरूर लें.