Makar Sankranti 2024 Dos and Donts: हिंदू धर्म में मकर संक्रांति त्योहार का विशेष महत्व होता है. सूर्य के मकर राशि में गोचर करने पर इस त्योहार को मनाया जाता है. साल का सबसे पहला त्योहार मकर संक्रांति है. मकर संक्रांति के बाद दिन लंबे होना शुरू हो जाते हैं. इस साल 15 जनवरी को मकर संक्रांति मनाई जाएगी. आपको बता दें कि इस पर्व को अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग रूप से मनाया जाता है.


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 मकर संक्रांति के दिन भूलकर भी न करें ये गलतियां
मकर संक्रांति के दिन शराब या नॉनवेज का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए. इसके साथ ही मकर संक्रांति के दिन किसी के भी मन को ठेस न पहुंचाएं. ऐसा करने से आपको नुकसान पहुंच सकता है. मकर संक्रांति के दिन अगर आपके दरवाजे पर अगर भीख मांगने आता है, तो उसे अपने घर के दरवाजे से खाली हाथ ना लौटाए.क्योंकि इस दिन दान का बहुत महत्व होता है.


मकर संक्रांति का शुभ मुहूर्त
मकर संक्रांति के दिन पुण्यकाल का टाइम सुबह 7 बजकर 15 मिनट से शाम 6 बजकर  21 मिनट तक है. महा पुण्यकाल का समय मकर संक्रांति के दिन दोपहर 12 बजकर 15 मिनट से रात 9 बजकर 6 मिनट तक रहेगा.इस दिन स्नान और दान का शुभ समय सुबह 5 बजकर 7 मिनट से सुबह 8 बजकर 12 मिनट तक का है.


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मकर संक्रांति के दिन क्यों उड़ाते हैं पतंग
मकर संक्रांति पर पूरे देशभर में पतंग उड़ाई जाती है.इसे पतंग का पर्व भी कहा जाता है. ऐसा कहा जाता है कि सबसे पहले भगवान राम ने इस परंपरा की शुरुआत की थी. कथाओं के अनुसार जब भगवान राम ने पतंग उड़ाई तो वह इंद्रलोक में जा पहुंची थी.इस दिन पतंग उड़ाने से सूर्य की किरणों को अधिक मात्रा में ग्रहण कर पाते हैं और शरीर में एनर्जी आती है और विटामिन डी की कमी पूरी होती है.पतंग सबसे ज्यादा गुजरात और राजस्थान में उड़ाई जाती है. गुजरात में पतंगबाजी करना और मकर संक्रांति के त्योहार को उत्तरायण कहा जाता है.