Narak Chaturdashi 2023: दिवाली से ठीक पहले वाली रात में कर लें ये अचूक उपाय, कभी नहीं होगी धन की कमी
Narak Chaturdashi 2023: दिवाली से एक दिन पहले नरक चतुर्दशी मनाई जाती है. इसे कहीं-कहीं रूप चौदस और छोटी दिवाली के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन कुछ उपाय करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और अपना आशीर्वाद देती हैं. जानते हैं नरक चतुर्दशी की तिथि, उसका महत्व और उस दिन करने वाले उपायों के बारे में, जिसे अपनाने से कभी भी धन की कमी नहीं होगी.
Narak Chaturdashi: नरक चतुर्दशी का त्योहार धनतेरस के बाद और दिवाली से एक दिन पहले मनाया जाता है. इस दिन कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि होती है. इसे नरक चतुर्दशी के अलावा रूप चौदस, नरक चौदस और छोटी दिवाली के नाम से भी जाना जाता है. सनातन धर्म में इस तिथि का बहुत महत्व है.
कब है नरक चतुर्दशी 2023?
इस साल 11 नवंबर को दोपहर 1.52 बजे से चतुर्दशी तिथि शुरू हो जाएगी, जो अगले दिन रविवार को दोपहर 2.44 बजे खत्म होगी. हिंदू धर्म में सभी त्योहार उदया तिथि पर मनाए जाते हैं. ऐसे में इस बार नरक चतुर्दशी 11 नवंबर को रहेगी.
नरक से मिलती है मुक्ति
नरक चतुर्दशी की शाम को यमराज के नाम एक दिया जलाने का महत्व है. मान्यता है कि आटे का चौमुखी दीपक यानी में चारों दिशाओं के लिए एक-एक बाती जलाकर उसमें सरसों का तेल डालने और शाम के वक्त घर के सबसे बुजुर्ग व्यक्ति द्वारा रखना चाहिए. शाम को दिया जलाने से नरक से मुक्ति मिलती है.
ये भी पढ़ें- Diwali 2023 Recipe: इस बार मेहमानों को खिलाएं ये अलग-अलग डिश, इतनी टेस्टी की उंगलियां चाटते रह जाएंगे सब
मां लक्ष्मी का मिलेगा आशीर्वाद
मान्यता है कि नरक चतुर्दशी के दिन सुबह उठकर पूरे शरीर में तेल की मालिश करने के बाद स्नान करने से मां लक्ष्मी की कृपा बरसती है. कहा जाता है कि चतुर्दशी को तेल में लक्ष्मी जी और सभी जलों में मां गंगा निवास करती हैं. ऐसे में उन सबका आशीर्वाद मिलता है.
ये भी पढ़ें- Rangoli Designs: पड़ोसियों की नजरों से बचाकर इस तरह सजा लें घर का आंगन, जल्दी होगा मां लक्ष्मी का आगमन
नरक चतुर्दशी के उपाय
नरक चतुर्दशी के दिन 14 दीपक जलाने का भी बहुत महत्व है.
- मान्यता है कि घर से बाहर दक्षिण की ओर मुख कर कूड़े के ढेर के पास एक दीपक रखना चाहिए.
- अपने घर के मंदिर में घी का दिया जलाए. मान्यताओं के अनुसार ऐसा करने से कर्ज से मुक्ति मिलती है.
- मां लक्ष्मी के सामने एक दीया जलाएं.
- तुलसी के सामने एक दीया जलाएं.
- एक दीपक घर के दरवाजे के बाहर जलाएं.
- इस दिन एक दीपक पीपल के पेड़ के नीचे जलाएं.
- आपके घरे के पास किसी भी मंदिर में भी एक दीपक जलाएं.
- आठवां दीया घर में जहां कूड़ा रखा जाता है, वहां जलाएं.
- दीया घर के बाथरूम में एक दीपक जलाएं.
- दसवां दीपक घर की छत की मुंडेर पर रखें.
- ग्यारहवां दीपक घर की छत पर रखें.
- एक दीया घर की खिड़की के पास जलाएं.
- एक दीया बरामदे में रखें.
- एक दीया रसोई में रखना न भूलें.
दुनिया में 9वें नंबर पर 'सोने की चिड़िया', जानें कौन है गोल्ड के मामले में टॉप वन