OM Chanting: हिंदू धर्म में ॐ को बहुत प्रभावशाली माना गया है. ॐ का उच्चारण करते समय तीन अक्षरों की ध्वनि निकलती है जिसमें 'अ' वर्ण 'सृष्टि' का द्योतक है. 'उ' वर्ण 'स्थिति' दर्शाता है जबकि 'म्' 'लय' का सूचक है.  इन तीनों अक्षरों में त्रिदेव यानी ब्रह्मा,विष्णु,महेश का साक्षात वास माना गया है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ऐसा कहा जाता है कि इसके उच्चारण व जाप से धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष इन चारों पुरुषार्थों की प्राप्ति होती है. किसी भी मंत्र को बोलने से पहले उसके आरंभ में ॐ अवश्य लगाया गया है. ॐ का उच्चारण बहुत प्रभावशाली और चमत्कारिक लाभ पहुंचाने वाला माना गया है. जानते हैं ॐ के उच्चारण से क्या लाभ होता है और इसके जाप करने की विधि.


ओम के उच्चारण से होने वाले फायदे
-धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जो भी हमेशा ॐ मंत्र का उच्चारण करता है, उसे न सिर्फ शारीरिक बल्कि मानसिक शांति भी प्राप्त होती है.
-ऐसा माना जाता है कि ओम के उच्चारण से घर में फैली नेगेटिव एनर्जी पॉजिटिव एनर्जी में बदलने लगती है, जिससे घर का माहौल अच्छा और खुशनुमा हो जाता है.
-कई रिसर्च ये साबित करते हैं कि जो व्यक्ति ध्यान मुद्रा में ओम का उच्चारण करता है, उसमें पॉजिटिव एनर्जी का संचार होता है.
-धार्मिक ग्रंथो की माने तो, नियमित रूप से ओम का उच्चारण कन्सनट्रेशन और याद करने की ताकत बढ़ाता है.
-जो कोई भी ओम का उच्चारण करता है उसे टेंशन और नींद ना आने की समस्या से भी छुटकारा मिलता है.
-ओम के उच्चारण से होने वाला वाइब्रेशन शरीर के लिए बेहद फायदेमंद माना गया है.
-ॐ का उच्चारण करने से पेट व रक्तचाप से संबंधित समस्याओं में भी लाभ मिलता है.


ऊँ का उच्चारण करने की विधि
- हिन्दू धर्म में ऐसा माना जाता है कि ॐ का उच्चारण सूर्योदय से पहले उठकर करना सबसे अच्छा माना गया है.
-इसके जाप के लिए शांत स्थान पर बैठे, जिससे आपका पूरा ध्यान इसके जाप करने पर ही हो.
-सबसे पहले सुखासन में बैठकर मन ही मन ॐ की आकृति पर अपना ध्यान केंद्रित करें.
-धार्मिक ग्रंथों के अनुसार शुरुआत में एक बार में 108 बार ॐ मंत्र का उच्चारण करना लाभकारी माना जाता है. 
-थोड़े समय के बाद धीरे-धीरे ओम उच्चारण की अवधि बढ़ा सकते हैं.


Disclaimer: ऊँ उच्चारण के लाभ और तरीकों को लेकर यहां दी गई जानकारी पौराणिक मान्यताओं पर आधारित है. हम इस जानकारी को लेकर दावा नहीं करते हैं. आप इसके प्रभाव के लिए पौराणिक जानकार से मिल सकते हैं.