भोपाल: बीते 3 नवंबर को मध्यप्रदेश उपचुनाव के लिए वोटिंग पूरी हुई है. जिसके बाद मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने चुनाव आयोग पर सवाल खड़े किए हैं. कमलनाथ का कहना है कि 'उप चुनाव में धन-बल का उपयोग किया गया है. भाजपा ने पुलिस और प्रशासन की मदद से बूथ कैप्चरिंग की. मतदान के दौरान कई जगह गोली चलने की घटनाएं हुईं, लेकिन आयोग द्वारा संज्ञान न लेना दुखद है, जबकि ऐसी घटनाओं की शिकायतें सबूत के साथ की गईं हैं.'


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पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने चेतावनी देते हुए कहा कि चुनाव में जिन अधिकारियों का बीजेपी को सरंक्षण मिला, वे समझ लें कि राजनीतिक संरक्षण स्थाई नहीं होता. ट्वीट पर जारी किए गए अपने बयान में कमलनाथ ने कहा कि मतदान के दौरान हुईं हिंसक घटानाओं के वीडियो व अन्य प्रमाण से साफ है कि बूथ कैंप्चरिंग कराई गई, इसकी शिकायत उम्मीदवारों ने चुनाव आयोग से कर पुनर्मतदान की मांग की है, लेकिन आयोग ने इस पर कोई फैसला नहीं लिया. न ही इन घटनाओं पर आपराधिक मामले दर्ज किए गए.


कमलनाथ ने पुलिस और प्रशासन पर मतदान को प्रभावित करने वाले तत्वों की खुलकर मदद करने का आरोप लगाया है. कमलनाथ का आरोप है कि अधिकारियों की सहमति से हिंसक और बूथ कैप्चरिंग जैसी घटनाएं हुई हैं.  इससे स्पष्ट है कि अफसरों ने निष्पक्ष भूमिका का निर्वहन नहीं किया, उनकी गतिविधियां रिकॉर्डेड हैं और वे भविष्य में इसके लिए उत्तरदायी होंगे.


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