भोपाल: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के नए निदेशक भारतीय पुलिस सेवा के मध्य प्रदेश काडर के 1983 बैच के आईपीएस अधिकारी ऋषि कुमार शुक्ला की पहचान नर्म दिल इंसान और सख्त अफसर की है. वह पिछले दिनों ही पुलिस महानिदेशक के पद से पुलिस हाउसिंग बोर्ड में स्थानांतरित किए गए हैं.


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पुलिस मुख्यालय में बतौर जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) तैनात रहे प्रदीप भाटिया का कहना है कि "शुक्ला का हमेशा पुलिसिंग पर जोर रहा है और यही कारण है कि उन्हें सख्त पुलिस अधिकारी के तौर पर पहचाना जाता है. वहीं दूसरी ओर वह एक नर्म दिल इंसान भी हैं. जब भी कोई पुलिस कर्मचारी या अधिकारी उनके पास अपनी समस्या लेकर जाता है, वह पूरी तरह उसे न केवल सुनते हैं, बल्कि उसका समाधान भी करते हैं."


भाटिया, हाल ही में शुक्ला द्वारा पुलिस बल के नाम लिखे गए एक पत्र का जिक्र करते हुए कहते हैं, "अमूमन डीजीपी जब दूसरे स्थान पर पदस्थ होता रहा तो उसने वरिष्ठ अधिकारियों के नाम पत्र लिखा. मगर शुक्ला ऐसे अधिकारी हैं, जिन्होंने पुलिस मुख्यालय से हाउसिंग बोर्ड में तैनाती होने पर पुलिस बल के नाम खत लिखा."


वहीं सामाजिक कार्यकर्ता नंदलाल का कहना है कि "शुक्ला अच्छे पुलिस अधिकारी तो हैं ही, साथ में उनका समाज के हर वर्ग से जुड़ाव भी बड़ी खासियत है. उन्हें जब भी मौका मिला, उन्होंने गरीब, कमजोर और जरूरतमंद लोगों की मदद करने में कभी हिचक नहीं दिखाई. यही कारण है कि वह कई इलाकों में सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर पहचाने जाते हैं."


सूत्रों के अनुसार, शुक्ला ने कई बार अपने अधिकारियों की खातिर नेताओं से टकराने में भी हिचक नहीं दिखाई. इसके चलते उनका कई बार नुकसान भी हुआ, मगर उन्होंने अपने अधीनस्थ की न केवल हर संभव मदद की, बल्कि उसे सुरक्षा कवच भी प्रदान किया.


शुक्ला ने पुलिस सेवा की शुरुआत रायपुर से की थी
सीबीआई के नवनियुक्त निदेशक भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के मध्य प्रदेश काडर के 1983 बैच के आईपीएस अधिकारी ऋषि कुमार शुक्ला ने अपनी पुलिस सेवा की शुरुआत रायपुर से की थी. बीते 33 सालों की पुलिस सेवा के दौरान शुक्ला ने अन्य विभिन्न जिम्मेदारियां भी संभाली.

ग्वालियर में जन्मे
ग्वालियर में 23 अगस्त, 1960 को जन्मे ऋषि कुमार ने बी. कॉम तक की शिक्षा अर्जित की. वर्ष 1983 में उनका आईपीएस में चयन हो गया. उसके बाद शुक्ला रायपुर में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, नगर पुलिस अधीक्षक रहे. पुलिस अधीक्षक के तौर पर सबसे पहले वह दमोह में 1986 में पहुंचे. इसके बाद वर्ष 1992 से 1996 तक भारत सरकार की सेवा में तैनात रहे.


पुलिस हाउसिंग के चेयरमैन
शुक्ला वर्ष 1996 में मध्य प्रदेश लौटे तो उन्हें अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक(प्रशासन) के तौर पर पदस्थ किया गया. इसके अलावा शुक्ला अपने सेवाकाल में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (रेल, नारकोटिक्स, होमगार्ड), पुलिस हाउसिंग के चेयरमैन भी रहे.


शुक्ला 30 जून, 2016 को पुलिस महानिदेशक नियुक्त किए गए और इस पद पर वह 30 जनवरी, 2019 तक रहे. उसके बाद शुक्ला को पुलिस हाउसिंग का चेयरमैन बनाया गया.


शुक्ला ने अपने सेवाकाल के दौरान 1995 में यूएसए में क्राइसेस मैनेजमेंट का प्रशिक्षण हासिल किया. इसके अलावा उन्होंने वर्ष 2005 में अमेरिका में हॉस्टेज नेगोसिएशन और हैदराबाद व इंग्लैंड में प्रशिक्षण प्राप्त किया.


(इनपुट-आईएएनएस)