Durg Lok Sabha Seat History: लोकसभा चुनाव 2024 की घोषणा किसी भी वक्त हो सकती है. देश की सभी राजनीतिक पार्टियां चुनावों को लेकर जुटी हुईं हैं. छत्तीसगढ़ की बात करें यहां मुख्य मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच है. पिछले चुनाव में भाजपा ने यहां शानदार प्रदर्शन किया था. राज्य की दुर्ग लोकसभा सीट की बात करें तो यहां पर भाजपा की जीत हुई थी. बीजेपी प्रत्याशी विजय बघेल ने कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिमा चंद्राकर को मात दी थी. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

आपको बता दें कि दुर्ग लोकसभा सीट की बात करें तो इसका गठन आजादी के बाद हुआ था. आजादी के बाद से इस लोकसभा सीट पर 17 बार आम चुनाव और 1 बार उपचुनाव हुआ है, जिसमें 10 बार कांग्रेस पार्टी और 6 बार बीजेपी ने जीत हासिल की है. जबकि, जनता पार्टी और जनता दल की एक-एक बार जीत हुई है.


दुर्ग लोकसभा लोकसभा सीट
दुर्ग लोकसभा लोकसभा सीट में 9 विधानसभा सीट हैं. बता दें कि 2 जिलों दुर्ग और बेमेतरा की 9 सीटें हैं. जिसमें पाटन, दुर्ग ग्रामीण, दुर्ग शहर, भिलाई नगर, वैशाली नगर, अहिवारा, साजा ,बेमेतरा और नवागढ़ शामिल है.



आपको बता दें कि हाल ही में संपन्न हुए छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 में बीजेपी ने दुर्ग लोकसभा की 9 सीटों में से 7 सीटों पर जीत हासिल की. भाजपा के ललित चंद्राकर, गजेंद्र यादव, रिकेश सेन, डोमनलाल कोर्सेवाड़ा, ईश्वर साहू, दीपेश साहू और दयालदास बघेल विजयी रहे. वहीं, कांग्रेस 2 सीटें जीतने में सफल रही, जिसमें भिलाई नगर में देवेंद्र यादव और पाटन में भूपेश बघेल ने जीत हासिल की.

सीट का नाम विधायक पार्टी
पाटन भूपेश बघेल कांग्रेस
दुर्ग ग्रामीण ललित चंद्राकर BJP
दुर्ग शहर गजेंद्र यादव BJP
भिलाई नगर देवेन्द्र यादव कांग्रेस
वैशाली नगर रिकेश सेन BJP
अहिवारा डोमनलाल कोर्सेवाड़ा BJP
साजा ईश्वर साहू BJP
बेमेतरा दीपेश साहू BJP
नवागढ़ दयालदास बघेल BJP

दुर्ग लोकसभा सीट का समीकरण
आपको बता दें कि दुर्ग लोकसभा सीट पर जातीय समीकरण काफी मायने रखता है. इस सीट पर खासतौर पर साहू-कुर्मी जाति का दबदबा है. आबादी में साहू समुदाय की सबसे बड़ी हिस्सेदारी लगभग 30-35% है और कुर्मी मतदाताओं की हिस्सेदारी लगभग 22% है. इसके अलावा यादव और सतनामी समुदाय भी करीब 15 फीसदी हैं, जो समीकरण को बिगाड़ देते हैं. वहीं, पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने कुर्मी उम्मीदवार उतारे थे, जिसमें बीजेपी के विजय बघेल विजयी रहे थे. वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिभा चंद्राकर कद्दावर नेता चंदूलाल चंद्राकर परिवार से थीं. उनके पिता वासुदेव चंद्राकर विधायक रह चुके हैं.


दुर्ग लोकसभा लोकसभा सीट का इतिहास
छत्तीसगढ़ की दुर्ग लोकसभा सीट के इतिहास की बात करें तो इसकी स्थापना 1952 में हुई थी. शुरुआती सालों में दुर्ग में कांग्रेस का दबदबा देखने को मिला था. 1952 में कांग्रेस के वासुदेव एस किरोलिकर इस सीट से पहले सांसद बने. इसके बाद के दो चुनावों यानि 1957 और 1962 में मोहन लाल बकलियाल ने चुनाव जीता. इसके बाद 1967 में चौथे चुनाव में विश्वनाथ तामस्कर चुनाव जीते और सांसद बने. इस सीट पर पहली बार 1968 में उपचुनाव हुआ था. जहां चंदूलाल चंद्राकर जीते थे. आपको बता दें कि चंदूलाल चंद्राकर दुर्ग के राजनीतिक इतिहास के कद्दावर नेता हैं. 1971 में चंदूलाल चंद्राकर ने दोबारा इस सीट पर कब्जा किया था. हालांकि, 1977 में आपातकाल के बाद हुए चुनाव में चंदूलाल चंद्राकर हार गए थे. जनता पार्टी के मोहन जैन ने चंदूलाल चंद्राकर को हराया था. हालांकि, इसके बाद 1980 और 1984 में चंदूलाल चंद्राकर ने फिर जीत हासिल की थी.



1989 में कांग्रेस की दूसरी हार और जनता दल की पहली जीत हुई. इस चुनाव में पुरूषोत्तम कौशिक जीते थे. आपको बता दें कि इसके बाद 1990 के दशक में दुर्ग में कांग्रेस और बीजेपी के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली. 1991 में चंदूलाल चंद्राकर ने कांग्रेस के लिए यह सीट हासिल कर ली, लेकिन इसके बाद बीजेपी ने लगातार कई चुनाव जीते. ताराचंद साहू ने 1996 में बीजेपी को पहली जीत दिलाई थी. इसके बाद ताराचंद साहू 1996 से 2004 तक लगातार जीतते रहे.


2009 में बीजेपी की सरोज पांडे विजयी रहीं और उन्होंने दुर्ग में पार्टी का गढ़ बरकरार रखा. खास बात यह थी कि सरोज पांडे इस सीट से पहली महिला सांसद थीं. हालांकि, 2014 में राजनीतिक पेंडुलम वापस कांग्रेस के पक्ष में आ गया. मोदी लहर में भी ताम्रध्वज साहू ने यहां कांग्रेस पार्टी को जीत दिलाई. पिछले चुनाव 2019 में यह सीट एक बार फिर बीजेपी के खाते में चली गई. चुनाव में बीजेपी के विजय बघेल विजयी रहे.


मौजूदा सांसद विधानसभा चुनाव हारे
आपको बता दें कि दुर्ग के मौजूदा सांसद विजय बघेल ने हाल ही में विधानसभा चुनाव लड़ा था. उनका मुकाबला उनके चाचा भूपेश बघेल से था. जहां पाटन में भूपेश बघेल ने अपने भतीजे विजय बघेल को 19723 वोटों से हराया था. पाटन में विजय बघेल को 75715 वोट मिले थे. जबकि पूर्व सीएम भूपेश बघेल को 95438 वोट मिले थे. ऐसे में अब सवाल ये उठता है कि क्या बीजेपी विजय बघेल को अगले लोकसभा चुनाव में मैदान में उतारेगी या नहीं.


पिछले तीन चुनावों के नतीजे
दुर्ग लोकसभा सीट के पिछले 3 चुनावों की बात करें तो 2019 के चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार विजय बघेल विजयी रहे थे. उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिमा चंद्राकर को हराया था. 2014 के चुनाव में कांग्रेस के ताम्रध्वज साहू ने बीजेपी की सरोज पांडे को मात दी थी. इससे पहले 2009 में बीजेपी की सरोज पांडे ने कांग्रेस के प्रदीप चौबे को 9,954 के मामूली अंतर से चुनावा जीता था.


2019 चुनाव परिणाम

पार्टी उम्मीदवार वोट वोट %
BJP विजय बघेल 849,374 61.02
कांग्रेस प्रतिमा चंद्राकर 4,57,396 32.86
बसपा गीतांजलि सिंह 20,124 1.45

2014 चुनाव परिणाम

पार्टी उम्मीदवार वोट वोट %
कांग्रेस ताम्रध्वज साहू 570,687 45.35
BJP सरोज पांडे 5,53,839 44.01
आप विश्व रत्न सिन्हा 17,455 1.39

2009 चुनाव परिणाम

पार्टी उम्मीदवार वोट वोट %
BJP सरोज पांडे 2,83,170 31.27
कांग्रेस प्रदीप चौबे 2,73,216 30.17
निर्दलीय ताराचंद साहू 2,61,879 28.92