Jabalpur News: लोकसभा चुनाव के लिए मध्य प्रदेश के सियासी दंगल में दांव-पेंच की शुरुआत हो गई है. बुधवार को सत्ताधारी बीजेपी ने कांग्रेस को जोरदार झटका देते हुए कई बड़े नेताओं को बीजेपी में शामिल करवाया. खास बात यह है कि यह सभी नेता महाकौशल अंचल से आते हैं, जिनमें जबलपुर के महापौर जगत बहादुर अन्नू, डिंडौरी के जिला पंचायत अध्यक्ष रूदेश परस्ते, जिला पंचायत उपाध्यक्ष अंजू जितेंद्र व्योहार समेत कई बड़े नेताओं ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया. ऐसे में महाकौशल में हुई बीजेपी की इस महासेंधमारी के पीछे बीजेपी का बड़ा प्लान माना जा रहा है, जो लोकसभा चुनाव से जोड़कर भी देखा जा रहा है. 


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एक तीर साधे कई निशाने 


भाजपा का फोकस फिलहाल लोकसभा चुनाव पर हैं, जबलपुर और मंडला लोकसभा सीटें बीजेपी का गढ़ मानी जाती हैं, ऐसे में पार्टी ने इन्हीं दोनों सीटों पर कांग्रेस के बड़े नेताओं को तोड़कर बीजेपी में शामिल करवाया है, ताकि इन लोकसभा सीटों पर पार्टी की ताकत को मजबूत किया जा सके. पार्टी ने शहरी और ग्रामीण दोनों वर्गों को साधा है, डिंडौरी विधानसभा सीट पर कांग्रेस मजबूत पकड़ बना चुकी है, जिला पंचायत के चुनाव में भी बीजेपी को यहां हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन अब पार्टी ने जिला पंचायत अध्यक्ष को बीजेपी में शामिल करवाकर डिंडौरी में पार्टी की ताकत को बढ़ाया है. इसके अलावा जबलपुर शहर मध्य प्रदेश का बड़ा नगर है, पार्टी को महापौर के चुनाव में यहां हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन अब संस्कारधानी के महापौर की बीजेपी में एंट्री से शहरी क्षेत्र में भी बीजेपी अपनी पकड़ को मजबूत करना चाहती है. इसके अलावा बीजेपी विधानसभा चुनाव में मिली जीत की हवा को भी बरकरार रखना चाहती है. 


जबलपुर पर बीजेपी का फोकस 


जबलपुर लोकसभा सीट को लेकर कांग्रेस इस बार पूरी तरह से एक्टिव है, राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा तेज हैं कि कमलनाथ के करीबी माने जाने वाले पूर्व मंत्री तरुण भनोट यहां से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं, भनोट की शहरी क्षेत्र में मजबूत पकड़ मानी जाती है. ऐसे में बीजेपी ने भी यहां से प्लानिंग शुरू कर दी है, महापौर जगत बहादुर अन्नू की पार्टी में एंट्री उसी प्लान का हिस्सा माना जा रहा है. खास बात यह है कि जबलपुर लोकसभा सीट से सांसद रहे बीजेपी नेता राकेश सिंह विधानसभा का चुनाव जीतकर प्रदेश सरकार में मंत्री बन गए हैं, ऐसे में बीजेपी इस बार नए प्रत्याशी की तलाश में हैं, जिसमें अब कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए महापौर जगतबहादुर अन्नू के नाम की भी चर्चा चल रही है. माना जा रहा है कि पार्टी उन्हें लोकसभा का चुनाव लड़ा सकती है. हालांकि इसको लेकर अब तक स्पष्ट जानकारी नहीं मिली है. लेकिन अन्नू का शहरी क्षेत्र में अच्छा होल्ड माना जाता है. 


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डिंडौरी में भाजपा की सेंधमारी 


डिंडौरी जिले पर भी बीजेपी का खास फोकस बना हुआ है, डिंडौरी विधानसभा सीट पर कांग्रेस की मजबूत पकड़ होती जा रही है, पिछले चार विधानसभा चुनावों में डिंडौरी सीट पर बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा है, कांग्रेस विधायक ओमकार सिंह मरकाम ने इस क्षेत्र में अच्छी पकड़ बनाई है. जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर भी अब तक कांग्रेस समर्थित रूद्रेश परस्ते थे. हालांकि डिंडौरी में रूद्रेश परस्ते और ओमकार सिंह मरकाम के बीच की सियासी खींचतान जगजाहिर है. ऐसे में अब जिला पंचायत अध्यक्ष रूद्रेश परस्ते, जिला पंचायत उपाध्यक्ष अंजू जितेंद्र व्योहार समेत जनपद पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष समेत नगर परिषद के कई पार्षद बीजेपी में शामिल हो गए हैं, जिससे बीजेपी एक दम से डिंडौरी में ताकतवर नजर आ रही है. 


मंडला लोकसभा सीट पर BJP की नजर 


मंडला लोकसभा सीट पर बीजेपी की मजबूत पकड़ मानी जाती है, लेकिन विधानसभा चुनाव में कई सीटों पर बीजेपी को झटका लगा है, लोकसभा क्षेत्र में आने वाली 8 में से पांच सीटों पर बीजेपी को हार मिली थी, जबकि खुद स्थानीय सांसद और केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते को विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था. डिंडौरी जिला भी मंडला लोकसभा क्षेत्र के तहत ही आता है, ऐसे में बीजेपी यहां पार्टी को मजबूत करने में जुटी है, जिसमें मोहन सरकार में मंत्री संपत्तियां ऊइके अहम भूमिका मानी जा रही है. बीजेपी ग्रामीण क्षेत्र में 10 प्रतिशत वोट शेयर बढ़ाने में जुटी है. इसलिए सबसे ज्यादा फोकस ग्रामीण क्षेत्रों पर किया जा रहा है. 


वीडी शर्मा चुनावी तैयारियों में जुटे 


बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा भी चुनावी तैयारियों में जुटे हैं. कांग्रेस नेताओं को बीजेपी में शामिल कराने के बाद उन्होंने कहा 'आज हम सबके लिए सौभाग्य का दिन है, आज मध्यप्रदेश भाजपा की कांग्रेस कई बड़े नेताओं ने सदस्यता ली है. जबलपुर के महापौर को बीजेपी परिवार में आने के लिए बहुत-बहुत बधाई और डिंडौरी कांग्रेस मुक्त होने की कगार पर पहुंच गई है. क्योंकि पीएम मोदी के नेतृत्व में देश आगे बढ़ रहा है, अब तो कांग्रेस भी मान गई है कि मोदी देश में छा गए हैं, इसलिए पीएम मोदी के नेतृत्व में भाजपा परिवार में लोग लगातार शामिल हो रहे हैं. जैसे पीएम मोदी और अमित जी के नेतृत्व विश्वभर में लगातार भाजपा छा रही है वैसे ही मध्यप्रदेश में भी भाजपा बढ़ रही है. हम इस बार लोकसभा के 29 में से 29 सीट जीतेंगे.'


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