Election 2024: कोरबा लोकसभा सीट पर रचेगा इतिहास, महिलाएं संभालेंगी पूरे 1 विधानसभा सीट की वोटिंग
कोरबा लोकसभा चुनाव में महिलाओं ने दिखाया अपना दमखम. पूरे एक विधानसभा क्षेत्र में मतदान कराने की जिम्मेदारी पहली बार महिलाओं को सौंपी गई है. 249 मतदान केंद्रों पर 1150 महिला मतदान अधिकारी चुनाव ड्यूटी करेंगी.
कोरबा के लोकसभा चुनाव
लोकसभा चुनाव 2024 में कोरबा संसदीय क्षेत्र में तीसरे चरण का मतदान 7 मई को होगा और जिले के इतिहास में पहली बार पूरे एक विधानसभा में चुनाव संपन्न कराने की जिम्मेदारी महिलाओं को सौंपी गई है.
महिलाओं ने कमान संभाली
कोरबा विधानसभा सीट में 249 मतदान केंद्र हैं और सभी संगवारी बूथ हैं. यहां पीठासीन पदाधिकारी, मतदान पदाधिकारी क्रमांक 01, 02, 03 एवं माइक्रो ऑब्जर्वर सभी महिलाएं हैं. इसके लिए 1150 महिलाओं को जिम्मेदारी सौंपी गई है.
मतदान अधिकारियों में जबरदस्त उत्साह
लोकसभा चुनाव 2024 के तहत सामग्री वितरण के दौरान महिला मतदान अधिकारियों में जबरदस्त उत्साह दिखा. सभी पूरे उत्साह के साथ अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करने निकलीं.
मतदान केंद्रों का नेतृत्व महिलाओं ने किया
गौरतलब है कि महिलाओं ने साबित कर दिया कि वो किसी भी काम को करने में पीछे नहीं हैं और उनका उत्साह देखकर उनका उत्साह देखकर सभी का मन प्रफुल्लित हुआ.
कलेक्टर ने दी शुभकामनाएं
कोरबा के आईटी कॉलेज में कलेक्टर अजीत वसंत और पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी ने महिला मतदान दलों को ऑल द बेस्ट कहकर रवाना किया. कलेक्टर ने मतदान दलों को अपनी चुनावी जिम्मेदारियों को गंभीरता से लेने को कहा तथा महिलाओं को लोकतंत्र के इस महापर्व में भागीदारी एवं जिम्मेदारी मिलने पर शुभकामनाएं दी.
महिलाएं किसी से कम नहीं हैं
चुनाव की जिम्मेदारी उठाने जा रही महिलाओं ने कहा कि उन्हें चुनाव संपन्न कराने की जिम्मेदारी मिली है, यह महिलाओं का दौर है. महिलाएं किसी से कम नहीं हैं, महिलाएं किसी भी जिम्मेदारी को निभाने में पूरी तरह सक्षम हैं और भविष्य में भी महिलाएं बड़ी जिम्मेदारियां निभाएंगी.
महिला अधिकारियों को बेहद खुशी
बता दें कि इस महिला अधिकारियों को इस बात की बेहद खुशी है कि उन्हें लोकतंत्र के इस महापर्व में शामिल होने का मौका मिला है.
समाज के लिए प्रेरणादायक
गौरतलब है कि महिलाओं का इस प्रकार का उत्साह समाज के लिए प्रेरणादायक है. समाज में समानता एवं विकास की दिशा में उनकी सक्रिय भागीदारी महत्वपूर्ण है. ऐसी गतिविधियों से महिलाओं के सामाजिक और राजनीतिक रूप से सशक्तिकरण में मदद मिलती है.