Bharat adivasi Party: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के बाद लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो गई हैं. बीजेपी और कांग्रेस के अलावा इस बार यहां तीसरे मोर्चा ने भी तैयारी तेज कर दी है. जो समीकरण MP विधानसभा चुनाव में दिखे थे कुछ ऐसे ही समीकरण लोकसभा चुनाव से पहले भी बनते नजर आ रहे हैं. दरअसल भारत आदिवासी पार्टी ने रतलाम झाबुआ लोकसभा सीट पर अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है.


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बता दें कि रतलाम लोकसभा सीट के पेटलावद विधानसभा चुनाव में जयस समर्थित भारत आदिवासी पार्टी से उम्मीदवार रहे इंजीनियर बालुसिंह गामड़ को टिकट दिया है. ऐसे में तीसरे मोर्चे की सक्रियता ने भाजपा और कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. हालांकि इसका ज्यादा नुकसान कांग्रेस का होते हुए दिखाई दे रहा है.


कांग्रेस की बढ़ेगी मुश्किलें
रतलाम-झाबुआ संसदीय क्षेत्र में तीसरे मोर्चे की सक्रियता ने भाजपा और कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. अब इसका ज्यादा नुकसान कांग्रेस का होते हुए दिखाई दे रहा है. क्योंकि पिछले चुनाव का आंकलन देखा जाए तो जब जब आदिवासी अंचल में तीसरा मोर्चा चुनाव लड़ा है. उसका सीधा नुकसान कांग्रेस को ही हुआ है. वहीं बताते चले की बाप पार्टी से फिलहाल रतलाम की सैलाना विधानसभा सीट से कमलेश्वर डोडियार विधायक है.


जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले भारत आदिवासी पार्टी के इकलौते विधायक कमलेश्वर डोडियार ने रतलाम-झाबुआ लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की बात कही थी. विधायक कमलेश्वर डोडियार ने कहा था कि वे जयस से लोकसभा का चुनाव लड़ कर संसद में जाएंगे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कमलेश्वर डोडियार ने कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टी से अपील की थी कि वो यहां पर अपना-अपना उम्मीदवार नहीं उतारे. हालांकि सियासी गलियारों में ये भी चर्चा चल रही है कि बीजेपी के सामने उन्होंने शर्त रखी है कि वो उनके खिलाफ अपना उम्मीदवार अगर वो उतारते हैं तो फिर वो कांग्रेस के साथ गठबंधन कर लेंगे. 



रतलाम लोकसभा सीट का समीकरण
झाबुआ-रतलाम लोकसभा सीट प्रदेश के आदिवासी वोटरों का मिजाज चुनाव में बताती है. अनुसूचित जनजातियों के लिए आरक्षित, इस सीट में मुख्य रूप से लगभग 55% भील, 25% भिलाला, 10-12% पटेलिया और शेष 20% अन्य हैं. इनमें भील, भिलाला और पटेलिया अनुसूचित जनजाति वर्ग में आते हैं. जबकि, भील बहुसंख्यक होने के कारण अक्सर भील उम्मीदवारों से जीत सुनिश्चित करने की उम्मीद की जाती है. 


जानकारी के लिए बता दें कि रतलाम-झाबुआ संसदीय क्षेत्र से अनीता चौहान को बीजेपी ने प्रत्याशी बनाया है. वह दो बार अलीराजपुर ​​​​​​जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी है. वहीं कांग्रेस ने अभी तक अपने प्रत्याशी के नाम का ऐलान नहीं किया है. सूत्रों की माने तो  पूर्व केंद्रीय मंत्री और कद्दावर आदिवासी नेता कांतिलाल भूरिया को टिकट देने जा रही है.