Satna Lok Sabha Chunav: साधारण से कैंडिडेट से हार गए थे दो पूर्व CM, सतना का है अनोखा समीकरण; जानें 2024 की संभावनाएं
Satna Lok Sabha Chunav: अब अलगे कुछ महीनों में लोकसभा यानी देश के आम चुनाव होने जा रहे हैं. आइये इससे पहले समझते हैं मध्य प्रदेश की सतना लोकसभा सीट के समीकरण.
MP Lok Sabha Elections 2024: सतना। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव समापन के साथ ही लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है. दोनों राजनीतिक दल यानी भाजपा कांग्रेस के साथ ही अन्य सियासी दल भी आम चुनाव के लिए काभी एक्टिव हो गए हैं. बीजेपी 2019 में 28 सीटें जीतने के बाद इस बार 29 जीत के लिए प्लान बना रही है. वहीं विधानसभा के रिकवरी करने के लिए कांग्रेस प्लान कर रही है. आइये ऐसे में समझते हैं विंध्य की सतना लोकसभा क्षेत्र के समीकरण और इतिहास और विधानसभा क्षेत्रों के परिणाम के अर्थ.
2019 चुनाव का परिणाम क्या था?
साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में यहां से बीजेपी अपने सांसद गणेश सिंह को मैदान में उतारा और वो पार्टी के पथ में भारी मतों से विजय हुए. पिछले लोकसभा चुनाव में गणेश सिंह ने 588753 वोट यानी कुल मतदान का 52 फीसदी हासिल किया. उनसे मुकाबला कर रहे कांग्रेस के राजाराम त्रिपाठी को 357280 वोट यानी कुल मतदान का 32 फीसदी ही मिल पाया.
चुनावी इतिहास
सतना लोकसभा सीट पर 7 बार बीजेपी, 4 बार कांग्रेस, 1 बार बसपा और 1 बार जनसंघ ने जीत दर्ज की है. 2004 से लगातार यानी 20 सालों से बीजेपी गणेश सिंह सांसद बनते आए हैं. हालांकि, इस बार उन्हें विधानसभा में उतारा गया लेकिन, वो हार गए.
लोकसभा का इतिहास | ||
साल | सांसद | पार्टी |
1984 | अजीज कुरैशी | कांग्रेस |
1989 | सुंखेंद्र सिंह | BJP |
1991 | अर्जुन सिंह | कांग्रेस |
1996 | सुखलाल कुशवाहा | BSP |
1998 | रामानंद सिंह | BJP |
1999 | रामानंद सिंह | BJP |
2004 | गणेश सिंह | BJP |
2009 | गणेश सिंह | BJP |
2014 | गणेश सिंह | BJP |
2019 | गणेश सिंह | BJP |
इतिहास का खास किस्सा
सतना लोकसभा सीट से एक रोचक इतिहास जुड़ा है. इस सीट से एक बार एक ही चुनाव में दो पूर्व मुख्यमंत्री चुनाव लड़े जिन्हें एक तीसरे प्रत्याशी ने हरा दिया. मामला साल 1996 का है. बीजेपी की ओर से मैदान में पूर्व मुख्यमंत्री वीरेन्द्र कुमार सकलेचा थे. जबकि, कांग्रेस की टिकट से पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह मैदान में उतरे. लेकिन, नतीजों में BSP के सुखलाल कुशवाहा इन दोनों पर ही हावी पड़ गए.
क्या है समीकरण?
ब्राहम्णों की संख्या सवा तीन लाख से ऊपर, क्षत्रिय 1एक लाख से कुछ ऊपर, पटेल और कुशवाहा 1-1 लाख से कुछ ऊपर हैं. वहीं, अनुसूचित जाति के 1 लाख 47 हजार और अनुसूचित जन जाति के 1 लाख 37 हजार है. जबकि, इलाके में वैश्य 65 हजार और मुस्लिम मतदाता 37 हजार हैं.
जिलेवार विधानसभाएं | |
जिला | विधानसभा |
रीवा | चित्रकूट |
रैगांव | |
सतना | |
नागौद | |
मैहर | |
अमरपाटन | |
रामपुर बघेलान |
सतना में कुल मिलाकर देखा जाए तो 47 प्रतिशत सवर्ण, 38 फीसदी ओबीसी और 13 फीसदी मतदाता एससी, एसटी के हैं. जबकि, महिला पुरुष में देखा जाए तो कुल मतदाताओं 1575064 में से 832396 पुरुष और 742635 महिला मतदाता हैं. जबकि, 33 वोट अन्य वर्ग के हैं.
इलाके की विधानसभा सीटों के परिणाम
साल 2023 के विधानसभा चुनाव में सीटी लोकसभा में आने वाली 7 सीटों में से बीजेपी ने 5 सीटों पर जीत हासिल की. जबकि, विंध्य के इस खास जिले में सतना से सांसद गणेश सिंह को विधायकी का चुनाव कांग्रेस के सिद्धार्थ कुशवाहा ने हरा दिया. वहीं, अमरपाटन से राजेंद्र कुमार सिंह में पार्टी की छोली में दूसरी सीट डाली.
विधानसभावार स्थिति | ||
विधानसभा | विधायक | पार्टी |
चित्रकूट | सुरेंद्र सिंह गहरवार | बीजेपी |
रैगांव | प्रतिमा बागरी | बीजेपी |
सतना | सिद्धार्थ कुशवाहा | कांग्रेस |
नागौद | नागेंद्र सिंह | बीजेपी |
मैहर | श्रीकांत चतुर्वेदी | बीजेपी |
अमरपाटन | राजेंद्र कुमार सिंह | कांग्रेस |
रामपुर बघेलान | विक्रम सिंह | बीजेपी |
बीजेपी कांग्रेस वोट शेयर वोट शेयर
2019 लोकसभा चुनाव में यहां से गणेश सिंह बीजेपी- 588753 यानी 52.87 फीसदी और राजाराम त्रिपाठी कांग्रेस-357280 यानी 32.08 फीसदी वोट मिले. कुछ यही हाल 2014 के लोकसभा चुनाव में रहा. लेकिन, इस बार गणेश सिंह को कड़ी टक्कर मिली. इस साल बीजेपी- 375288 यानी 46.78 फीसदी वोट हासिल कर पाई. वहीं अजय सिंह राहुल भैया ने 366600 यानी 40.71 फीसदी वोट हासलि की.
वोटरों के आंकड़े
सीधी में कुल वोटरों की संख्या 1575064 है. इसमें 832396 पुरुष और 742635 महिला मतदाता हैं. जबकि, 33 वोट अन्य वर्ग के हैं. 2019 में हुई मतगणना की बात करें तो इलाके में 1113755 वोट पड़े थे. यानी इलाके में कुल 70.71 वोट फीसदी वोट पड़े. इसमें से 2644 वोट नोट को डाले गए.