MP में वोटिंग खत्म, 29 सीटों पर ऐसा रहा मतदान, जानिए किस सीट का कैसा रहा हाल
MP Lok Sabha Elections: चौथे चरण की 8 लोकसभा सीटों पर वोटिंग पूरी होने के साथ ही मध्य प्रदेश की सभी 29 लोकसभा सीटों पर मतदान की प्रक्रिया संपन्न हो चुकी है. लेकिन 2019 की अपेक्षा इस बार वोटिंग प्रतिशत में कमी देखी गई है.
MP Lok Sabha Chunav: मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया संपन्न हो चुकी है, 4 चरणों में इस बार प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों पर वोटिंग हुई है. 13 मई को प्रदेश की 8 लोकसभा सीटों पर मतदान खत्म होने के साथ ही सभी सीटों पर वोटिंग की प्रक्रिया से पूरी हो गई. लेकिन मध्य प्रदेश में इस बार का वोटिंग प्रतिशत 2019 की तुलना में घट गया है, क्योंकि पिछले चुनाव की अपेक्षा 2024 में कुल 4 प्रतिशत मतदान कम हुआ है. प्रदेश में पहले और दूसरे चरण में सबसे कम मतदान हुआ था.
66.77 प्रतिशत वोटिंग
मध्य प्रदेश की सभी 29 लोकसभा सीटों पर हुई वोटिंग के हिसाब से इस बार केवल 66.77 प्रतिशत मतदान हुआ है, जो 2019 के लोकसभा चुनाव की अपेक्षा 4 प्रतिशत कम हैं, क्योंकि पिछले चुनाव में सभी 29 सीटों पर 71.16 प्रतिशत वोटिंग हुई थी, इस हिसाब से मतदान का प्रतिशत इस बार कम हो गया. आंकड़ों के हिसाब से प्रदेश की 29 में से 23 सीटों पर इस बार मतदान कम हुआ है, जबकि 6 सीटों पर वोटिंग प्रतिशत ज्यादा रहा है.
चार चरणों में ऐसा रहा मतदान
पहले चरण में 2024 में 67.75 प्रतिशत वोटिंग हुई वोटिंग हुई जो 2019 की अपेक्षा 7.40 प्रतिशत कम है.
दूसरे चरण में 67.75 प्रतिशत वोटिंग हुई जो 2019 की अपेक्षा 9 प्रतिशत कम है.
तीसरे चरण में 66.75 प्रतिशत वोटिंग हुई जो 2019 की तुलना में 0.11 प्रतिशत ज्यादा रही.
चौथे चरण में इस बार 71.72% वोटिंग हुई जो 2019 से 3.93 प्रतिशत कम है.
29 सीटों पर प्रतिशत में ऐसा रहा मतदान
सीट | 2019 | 2024 |
मुरैना | 61.89 | 58.97 |
ग्वालियर | 59.78 | 62,13 |
भिंड | 54.42 | 54.93 |
गुना | 70.32 | 72.43 |
सागर | 65.51 | 65.75 |
टीकमगढ़ | 66.57 | 60.01 |
दमोह | 65.82 | 56.48 |
खजुराहो | 68.28 | 56.96 |
सतना | 70.71 | 61.93 |
रीवा | 60.33 | 49.42 |
सीधी | 69.5 | 56.5 |
शहडोल | 74.73 | 64.68 |
जबलपुर | 69.43 | 61.01 |
मंडला | 77.76 | 72.84 |
बालाघाट | 77.76 | 72.84 |
छिंदवाड़ा | 82.39 | 79.83 |
होशंगाबाद | 74.19 | 67.21 |
विदिशा | 71.79 | 74.48 |
भोपाल | 65.7 | 64.06 |
राजगढ़ | 74.39 | 76.04 |
देवास | 79.46 | 74.86 |
उज्जैन | 75.04 | 73.03 |
मंदसौर | 77.84 | 74.05 |
रतलाम | 75.66 | 72.86 |
धार | 75.25 | 71.05 |
इंदौर | 69.31 | 60.53 |
खरगौन | 77.82 | 75.79 |
खंडवा | 76.09 | 70.72 |
बैतूल | 78.15 | 73.48 |
घट गया मतदान
मध्य प्रदेश में चार चरणों में केवल 66.77 प्रतिशत ही वोटिंग हुई, जो 2019 से लगभग 4 प्रतिशत कम रही, यानि 5 साल में करीब 5 प्रतिशत तक वोटिंग घट गई. मध्य प्रदेश के चार चरणों में केवल तीसरा चरण ऐसा रहा, जहां वोटिंग का प्रतिशत थोड़ा सा ज्यादा रहा, बाकि सभी चरणों में मतदान का प्रतिशत कम ही रहा. केवल प्रदेश की 29 सीटों में से 6 सीटें ऐसी रही जहां मतदान प्रतिशत में बढ़ोत्तरी देखी गई, जिनमें विदिशा, गुना, राजगढ़, ग्वालियर, सागर और भिंड शामिल थी, लेकिन इन सीटों पर भी मतदान प्रतिशत में कोई जबरदस्त उछाल नहीं देख गया. जबकि बाकि की सभी 23 सीटों पर मतदान कम ही रहा.
मध्य प्रदेश में खजुराहो और इंदौर दो लोकसभा क्षेत्र ऐसे रहे जहां एक तरह से विपक्ष की तरफ से कोई मजबूत उम्मीदवार ही नहीं बचा. क्योंकि दूसरे चरण में वोटिंग से पहले ही खजुराहो में सपा प्रत्याशी का नामांकन निरस्त हो गया था. इसी तरह इंदौर लोकसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी रहे अक्षय कांति बम ने आखिरी वक्त में अपना पर्चा वापस ले लिया, ऐसे में इन दो सीटों पर विपक्ष की तरफ से उम्मीदवार नहीं बचा था. इसलिए इन सीटों पर भी मतदाताओं ने ज्यादा उत्साह नहीं दिखाया.
भोपाल से प्रमोद शर्मा की रिपोर्ट
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