रतलाम: प्रदेश के नीमच की सबसे बड़ी प्याज मंडी में प्याज की खरीदी शुरू होने के बाद व्यापारियों की ऐश गई है तो किसानों की हालत पस्‍त है. मंडी में व्यापारी गुटबाजी करके किसानों से मनमाने तरीके से भाव लगाकर बोली लगा रहे हैं. बोली की शुरुआत 50 पैसे से शुरू हुई और एक-दो रुपये पर जाकर खत्‍म हो रही है. इसी मामले को संज्ञान में लेते हुए प्रदेश के कांग्रेस अध्‍यक्ष कमलनाथ ने एक बार फिर से शिवराज सरकार को घेरे हुए ट्वीट किया है. 


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कमलनाथ ने अपने ऑफिशियन ट्विटर हैंडल पर पोस्‍ट करते हुए लिखा कि कांग्रेस शुरू से कह रही है कि भावन्तर योजना किसानो के लिये नहीं अपितु भाजपा समर्थित व्यापारियों के फायदे के लिये बनी है. लेकिन शिवराज सरकार मानने को तैयार नहीं. अब लहसुन के बाद प्याज के इस योजना में आते ही प्याज के भाव गिरे. किसान नुकसान में, व्यापारी फायदे में.



बता दें कि नीमच की सबसे बड़ी प्याज मंडी में प्याज की खरीदी शुरू होने के बाद से ही व्यापारी गुटबाजी करके किसानों से मनमाने तरीके से भाव लगाकर बोली लगा रहे हैं. बोली की शुरुआत 50 पैसे से शुरू हुई और एक-दो रुपये पर जाकर खत्‍म हो रही है. व्‍यापारियों की इस हरकत से किसान गुस्‍साए हुए हैं. 50 पैसे शुरू हुई बोली ज्‍यादा से ज्‍यादा 5 से 6 रुपये पहुंच रही है. वहीं यही माल दो दिन पहले तक लगभग दो गुने दामों पर बिक रहा था.


मध्‍यप्रदेश में एक रुपये किलो में व्‍यापारी खरीद रहे प्‍याज, किसान हुए बेहाल


व्‍या‍पारियों ने मंडी में बिक्री शुरू होते प्‍याज के भावों में गिरावट कर दी है. किसानों का कुछ प्याज तो व्यापारी खरीद तक नहीं रहे हैं. वहीं अगर उन्‍हें खरीदने को कहा भी जाता है तो बोली 50 पैसे से शुरू हो रही है. गुस्‍साए किसानों ने मंडी कार्यालय का घेराव किया लेकिन संतोषजनक जवाब न मिलने पर उन्‍होंने इंदौर रोड पर चक्‍काजाम करके अपना गुस्‍सा जताया.