नई दिल्ली/भोपाल: मध्य प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक पार्टियों की तैयारियां चरम पर हैं. एक ओर कांग्रेस प्रदेश के छोटे-छोटे राजनीतिक दलों को साधने में लगी है. वहीं बीजेपी सत्ता विरोधी लहर को शांत करने के लिए नित नए लोक-लुभावन वादों की झड़ी लगा रही है. मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव का चुनावी रण वैसे तो केवल दो प्रमुख पार्टियों कांग्रेस और बीजेपी के बीच ही माना जा रहा है. इन सब के बीच समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव मध्य प्रदेश के चुनावी समर के लिए कमर कस चुके हैं. अखिलेश यादव ने हाल ही में पार्टी मुख्यालय में MP के समाजवादी पार्टी के प्रमुख पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी. 


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सपा सभी सीटों पर लड़ेगी चुनाव  
बताया जा रहा है कि अखिलेश यादव ने बैठक के दौरान मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर रणनीति तैयार करने को लेकर चर्चा की. सूत्रों की मानें तो, समाजवादी पार्टी मध्य प्रदेश की सभी विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी. अखिलेश का मानना है कि मध्य प्रदेश में बीजेपी के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर है तो कांग्रेस के पास भी नेतृत्व की कमी है. लोगों का इन दोनों पार्टियों से मोह भंग हो चुका है. बताया जा रहा है कि अखिलेश ने पार्टी पदाधिकारियों को किसानों से लेकर बेरोजगारी के मुद्दों पर सरकार को लगातार घेरने की बात कही है. खबर है कि अखिलेश ने मध्य प्रदेश में संगठन को मजबूत करने के निर्देश दिए है. आपको बता दें कि अखिलेश यादव 19-20 जून को भोपाल में होने वाले पार्टी के सम्मेलन में भाग लेंगे. 


गठबंधन से बना सकती है दूरी
पार्टी सूत्रों के अनुसार, मध्यप्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के दौरान समाजवादी पार्टी चुनावी गठबंधन से बचना चाहती है. इसे मध्य प्रदेश में सपा का जनाधार बढ़ाने के तौर पर देखा जा रहा है. भोपाल में सम्मेलन के दौरान ही चुनावी रणनीति को मूर्त रूप दिया जाएगा. मध्य प्रदेश के सपा पदाधिकारियों का कहना है कि किसानो और युवाओ में अखिलेश यादव को लेकर काफी उत्साह है.