विवेक पटैया/भोपाल: मध्य प्रदेश में होमगार्ड जवानों ने सोमवार को राजधानी भोपाल में विभागीय मुख्यालय पहुंचकर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया. उनका कहना है कि होमगार्ड जवानों के साथ कब तक 'स्वयंसेवी' शब्द जुड़ा रहेगा. उन्होंने मांग की है कि उन्हें पुलिस जैसी नियमित नौकरी मिले, पूरे 12 महीने की नौकरी हो.


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होमागार्डों ने राज्य सरकार से नियमितिकरण की मांग की है. प्रदेशभर से आए करीब 2700 होमगार्ड राजधानी भोपाल पहुंचे हैं. इन्होंने राज्य सरकार को अपनी मांगें नहीं माने जाने पर भूख हड़ताल की चेतावनी दी है. होमगार्डों ने कमलनाथ सरकार से मांग की है कि उनका हर तीन साल में पुलिस वेरिफिकेशन और मेडिकल जांच बंद होनी चाहिए.


उन्होंने कहा कि अगर राज्य सरकार ने हमारी इन मांगों को पूरा नहीं किया तो उनका आंदोलन जारी रहेगात्र. अपनी इन मांगों को लेकर हजारों की संख्या में प्रदेश भर से आए होमगार्ड जवान मुख्यालय परिसर पहुंचे. होमगार्डों से मिलने और बातचीत करने के लिए अब तक सरकार का कोई प्रतिनिधि नहीं पहुंचा है.


कमलनाथ सरकार से होमगार्ड जवानों की ये है मांग


  • स्वयंसेवी शब्द को विलोपित कर राज्य कर्मचारी का दर्जा दिया जाए.

  • होमगार्डों का हर 3 वर्ष में होने वाला पुलिस वेरिफिकेशन और मेडिकल जांच बंद हो. 

  • रोटेशन प्रणाली (कॉल आउट, कॉल ऑफ) को समाप्त किया जाए.

  • 'मध्य प्रदेश होमगार्ड सैनिक नियम 13 अप्रैल 2016' को पूर्ण रूप से निरस्त किया जाए.