मंदसौर गोलीकांड की जांच के लिए आयोग गठित, फ़ायरिंग में पांच किसानों की हुई थी मौत
यह एक सदस्यीय जांच आयोग अपने गठन की अधिसूचना राजपत्र में प्रकाशन की तारीख से तीन माह के अंदर जांच पूरी कर अपनी रिपोर्ट राज्य शासन को प्रस्तुत करेगा. आयोग का मुख्यालय इंदौर रहेगा.
भोपाल: मध्यप्रदेश के मंदसौर में किसान आंदोलन के दौरान छह जून को पुलिस गोलीबारी में पांच किसानों की मौत हो गई थी. इस घटना की जांच के लिए राज्य सरकार ने न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति ज़े क़े जैन की अध्यक्षता में एक सदस्यीय जांच आयोग का गठन किया है. आधिकारिक तौर पर सोमवार (12 जून) को दी गई जानकारी के अनुसार, यह एक सदस्यीय जांच आयोग अपने गठन की अधिसूचना राजपत्र में प्रकाशन की तारीख से तीन माह के अंदर जांच पूरी कर अपनी रिपोर्ट राज्य शासन को प्रस्तुत करेगा. आयोग का मुख्यालय इंदौर रहेगा.
जांच आयोग पांच बिंदुओं की जांच करेगा- घटना किन परिस्थितियों में घटी, क्या पुलिस द्वारा जो बल प्रयोग किया गया, वह घटना-स्थल की परिस्थितियों को देखते हुए उपयुक्त था या नहीं, यदि नहीं तो इसके लिए दोषी कौन है. इसके अलावा क्या जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन ने तत्समय निर्मित परिस्थितियों और घटनाओं के लिए पर्याप्त एवं सामयिक कदम उठाए थे?
राज्य में किसानों ने कर्जमाफी सहित अन्य मांगों को लेकर एक से 10 जून तक आंदोलन किया था. पुलिस ने मंदसौर में छह जून को किसानों पर गोली चलाई थी, जिसमें पांच किसानों की मौत हुई थी और छठे किसान की पिटाई से जान गई थी. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए थे.