सतना को क्यों कहा जाता है `सीमेंट का शहर`, वजह जानकर हैरान रह जाएंगे आप
Cement City Of India: मध्य प्रदेश के सतना शहर को `सीमेंट शहर` भी कहा जाता है. जानते हैं कि आखिर इस शहर को ही क्यों `सीमेंट शहर` की उपाधि दी गई है.
Satna Cement City of India: देश के कई शहरों को अलग-अलग उपाधि दी गई है. कोई किसी वस्तु के लिए मशहूर है तो विविधताओं और संस्कृति के लिए जाना जाता है. मध्य प्रदेश के शहर भी देश में अपनी खास पहचान रखते हैं और अलग-अलग उपाधि से जाने जाते हैं. ऐसा ही है सतना शहर, जिसे भारत के सीमेंट शहर के नाम से जाना जाता है. जानिए इसके पीछे का कारण-
सीमेंट का शहर
'सीमेंट का शहर'- मध्य प्रदेश के सतना शहर को 'सीमेंट का शहर'(Cement City of India) के नाम से भी जाता है. हालांकि, ये अनौपचारिक रूप से लोगों के बीच मशहूर है. लेकिन देशभर के लोगों के बीच ये अपनी खास पहचान रखता है.
सतना को क्यों कहा जाता है सीमेंट का शहर?
सतना को क्यों कहा जाता है 'सीमेंट का शहर? - MP का सतना जिला देशभर में चूने के लिए जाना जाता है. यहां बड़ी मात्रा में चूना पाया जाता है, जिस वजह से इस शहर में सीमेंट का ज्यादा से ज्यादा उत्पादन होता है.
10 बड़ी फैक्ट्रियां
10 बड़ी फैक्ट्रियां- सतना में प्रमुख तौर पर 10 बड़ी सीमेंट फैक्ट्रियां हैं. इसके अलावा देश का करीब 8 से 9 प्रतिशत सीमेंट सिर्फ सतना में उत्पादित होता है. सतना से देश के अलग-अलग राज्यों में सीमेंट की सप्लाई होती है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक विदेशों में भी सतना से सीमेंट निर्यात होता है.
बता दें कि देश के अलग-अलग शहरों को उनकी विशेषताओं और स्थानीय उत्पादों के लिए उपनाम दिया जाता है, जिससे वे देशभर में अपनी खास पहचान रखते हैं.
MP के कई शहरों के अलग-अलग उपनाम हैं, जैसे- भोपाल को झीलों की नगरी और नवाबों के शहर के नाम से जाना जाता है. इंदौर को मिनी मुंबई कहा जाता है. उज्जैन शहर महाकाल की नगरी के नाम से मशहूर है. जबलपुर को संस्कारधानी कहा जाता है. ग्वालियर को राजाओं का शहर कहा जाता है. ओरछा को मिनी अयोध्या या MP का अयोध्या कहा जाता है.
सतना शहर सिर्फ सीमेंट के लिए ही नहीं, बल्कि कई पर्यटक स्थलों के लिए भी मशहूर है. जैसे मैहर का शारदा माता का मंदिर, अब मैहर जिला अलग हो गया है. इसके अलावा रामवन, भरहुत के स्तूप, माधवगढ़ का ऐतिहासिक किला, चित्रकूट धाम आदि.