MP News: रीवा में महिलाओं को जिंदा दफनाने की घटना से सियासत में उबाल, जीतू पटवारी ने BJP सरकार को घेरा
Rewa News: रीवा में ज़मीन विवाद में दो महिलाओं को मुरम के नीचे ज़िंदा दफनाए जाने की घटना ने सियासत तेज़ हो गई है. बता दें कि इस घटना को लेकर जीतू पटवारी और अरुण यादव ने सरकार की आलोचना की.
Politics on Rewa Incident: मध्य प्रदेश के रीवा में दो महिलाओं को जिंदा दफना देने की घटना को लेकर सियासत गर्म हो गई है. पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने इस घटना को लेकर भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा है. वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने भी घटना की निंदा करते हुए तत्काल कार्रवाई की मांग की. बता दें कि रीवा में जमीनी विवाद में जबरन रोड बनाने को लेकर 2 महिलाएं के ऊपर हाइवा से मुरुम डालकर जान से मारने की कोशिश की गई. विरोध करने पर दोनों महिलाओं के ऊपर मालवा डाल दिया गया. जिसके बाद स्थानीय लोगों ने खोदकर उन्हें बाहर निकाला .
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रीवा मामले पर सियासत
पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने घटना पर सवाल उठाते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, "रीवा ज़िले की इस घटना ने एक बार फिर @BJP4MP शासन की महिला सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाए हैं. वैसे भी मध्य प्रदेश महिलाओं पर अत्याचार में पहले नंबर पर है. मोहन यादव जी, रीवा के मनगवां की इन बहनों को मुरुम में दबाया गया और उनकी जान लेने की कोशिश की गई. क्या आपकी सरकार से यह बहनें उम्मीद रख सकती हैं कि इस घटना की निष्पक्ष एवं त्वरित जांच होगी और उन्हें प्राथमिकता से न्याय मिलेगा? खैर, आपकी सरकार महिलाओं के विरुद्ध होने वाले अपराधों को रोकने में बार-बार असफल हो रही है."
भड़के अरुण यादव
पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने रीवा की घटना पर भड़कते हुए कहा, "रीवा जिले के मनगवां थाना क्षेत्र के ग्राम हिनोता का दिल दहला देने वाला वीडियो सामने आया है, जहां महिलाओं द्वारा अपनी जमीन पर सड़क बनाने का विरोध किया तो दबंगों ने महिलाओं को मुरुम के नीचे दबा कर जिंदा दफनाने का प्रयास किया. भाजपा की सरकार में माफ़ियाओं का बोलबाला है, दलित, आदिवासी, महिलाओं को लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है."
जानिए मामला?
रीवा जिले के मनगवां थाना क्षेत्र अंतर्गत गंगेव चौकी के ग्राम हिनोता से खबर सामने आई है कि जमीनी विवाद में सड़क का निर्माण कार्य कराया जा रहा था, जिसका विरोध करना फरियादी महिलाओं को महंगा पड़ गया. दरअसल, जहां सड़क बनाई जा रही थी, उसका विरोध दो महिलाएं कर रही थीं. जब गाड़ी में भरा मालवा सड़क पर गिरने के लिए लाया गया, तो दोनों महिलाएं सड़क पर बैठकर विरोध करने लगीं. दबंगों ने महिलाओं के ऊपर मालवा पलटकर उन्हें दबा दिया. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. पुलिस ने मामला पंजीबद्ध कर पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है. बता दें कि पट्टे की जमीन में बन रही सड़क का विरोध करने पर दबंगों द्वारा महिलाओं के ऊपर हाइवा से मुरुम डालकर दबा दिया गया. जिन्हें आसपास के लोगों ने बाहर निकाला.
बताया जा रहा है कि ममता पाण्डेय पति जीवेश कुमार पाण्डेय और आशा पाण्डेय पति शिवेष कुमार पाण्डेय ग्राम हिनौता कोठार पोस्ट जोरौट थाना तहसील मनगवां चौकी गंगेव की पट्टे की जमीन में रोड बनाने के लिए जबरन मुरुम डाला जा रहा था, जिसका खसरा न. 257 है. इस काम के लिए एक जेसीबी और दो हाइवा थे. इनके मालिक राजेश सिंह उर्फ (छोटकर) पिता अरूण सिंह ग्राम मढी मर्जादपुर के हैं.
फरियादियों का बयान
मामले को लेकर फरियादियों ने बताया, "हम दो लोग थे और छोटे-छोटे बच्चे थे. हमारे द्वारा मना किया गया कि मेरे पट्टे की जमीन में मुरुम मत डालो. इतने में गौकरण प्रसाद पाण्डेय पिता चन्द्रभान राम पाण्डेय, महेन्द्र प्रसाद पाण्डेय पिता चन्द्रभान राम पाण्डेय, आकाश पाण्डेय पिता रमेश पाण्डेय, विपिन पाण्डेय पिता महेन्द्र प्रसाद पाण्डेय, संयोगिता पाण्डेय उर्फ काजल पिता रमेश पाण्डेय, शशी पाण्डेय पति गौकरण प्रसाद पाण्डेय, रूकमणी पाण्डेय पति रमेश पाण्डेय, रन्नू पाण्डेय पति गिरीश पाण्डेय ने मिलकर मारपीट की और हम दोनों लोगों के ऊपर मुरुम डालकर जान से मारने की कोशिश की. मौके पर कुछ गांव वालों ने मुरुम से निकाला और पुलिस द्वारा बेहोशी की हालत में गंगेव स्वास्थ्य केंद्र लाया गया."
रिपोर्ट: आकाश द्विवेदी (भोपाल)/अजय मिश्रा (रीवा)