Dantewada Naxalite Attack: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में बुधवार 26 अप्रैल को बड़े नक्सली हमले में 10 जवान शहीद हो गए. इस हमले में ड्राइवर की भी जान चले गई. नक्सलियों ने आईईडी ब्लास्ट किया था, ये बम धमाका इतना तेज था कि आसपास के इलाकों में भी इसकी गुंज सुनाई दी थी. बताया जा रहा है कि नक्सलियों ने जिस बम का इस्तेमाल किया है, उसमें 50 किलो विस्फोटक पदार्थ का इस्तेमाल हुआ है. इस घटना ने छत्तीसगढ़ समेत पूरे देश को दहला दिया है. 


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आपको बता दें कि ये पहली बार नहीं है, जब नक्सली हमले में जवानों ने  अपनी जान गंवाई है. हम आपको आज इस खबर में छत्तीसगढ़ में हुए बड़े नक्सलियों के बारे में बताएंगे...


छत्तीसगढ़ में हुए प्रमुख नक्सली हमलें...


15 मार्च 2007
छत्तीसगढ़ के बीजापुर के रानीबोदली में पुलिस के कैंप पर आधी रात को नक्सलियों ने हमला किया था. इस हमले में पुलिस के करीब 55 जवान शहीद हुए थे.


12 जुलाई 2009 
छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव के मानपुर थाना में नक्सलियों ने हमला किया था. जिसमें पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार समेत  पुलिसकर्मियों ने अपना बलिदान दिया था.


6 अप्रैल 2010 
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के घने जंगलों में 6  अप्रैल 2019 को नक्सलियों ने घात लगाकर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के जवानों पर हमला कर दिया. इस हमले में 75 जवान और राज्य पुलिस के एक जवान की मौत हो गई. लगभग 1000 से अधिक नक्सलियों ने घात लगाकर 150 जवानों को घेर लिया था. इस हमले को अब तक का सबसे बड़ा और बुरा नक्सली हमला माना जाता है. 


नक्सल वाद को जड़ से खत्म करेंगे



17 मई 2010
करीब एक महीने के अंतराल में ये नक्सलियों ने दूसरा बड़ा हमला किया था. एक यात्री बस से दंतेवाड़ा से सुकमा जा रहे सुरक्षाबलों के जवानों पर नक्सलियों ने बारुदी सुरंग लगा कर हमला किया था. जिसमें 12 विशेष पुलिस अधिकारी समेत 36 लोग मारे गए थे.


25 मई 2013 
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले की दरभा घाटी में चल रही कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा पर नक्सलियों ने हमला किया था. इस हमले में कई पुलिसकर्मी और राज्य के बड़े कद्दावर कांग्रेसी नेताओं की जान चल गई. जिसमें पूर्व मंत्री नंद कुमार पटेल, वरिष्ठ नेता महेंद्र कर्मा और विद्याचरण शुक्ल सहित कुल 32 लोगों की मौत हुई थी. जबकि 30 से ज्यादा घायल हुए थे.


24 अप्रैल 2017
सुकमा के बुरकापाल बेस कैंप के नजदीक नक्सलियों ने घात लगाकर हमला कर दिया था. इस हमले में 25 सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए थे. बताया जाता है कि जब जवानों की दो टीम पेट्रोलिंग के लिए निकली ही थी कि घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने हमला कर दिया.


13 मार्च 2018 
सुकमा जिले के किस्टाराम क्षेत्र में 13 मार्च 2018 को नक्सलियों ने आईईडी ब्लास्ट किया था. जिसमें सीरपीएफ के 9 जवानों ने अपनी शहादत दी थी. जबकि 25 जवान घायल हुए थे.


9 अप्रैल 2019
दंतेवाड़ा में 2019 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले नक्सलियों ने चुनाव प्रचार के लिए जा रहे बीजेपी विधायक भीमा मंडावी की कार पर हमला किया था. इस हमले में विधायत समेत 4 सुरक्षाकर्मियों ने अपना बलिदान दिया था. 


21 मार्च 2020 
नक्सलियों ने सुकमा में योजना बना के एक बार फिर बड़ा हमला किया. 21 मार्च 2020 को हुए इस हमले में 17 जवानों ने अपनी शहादत दी. यह हमला तब हुआ जब उस वक्त चिंतागुफा इलाके में सर्चिंग अभियान चल रहा था.


4 अप्रैल 2021
करीब एक साल बाद 4 अप्रैल 2021 को एक बार फिर बड़ा नक्सली हमला होता है. छत्तीसगढ़ के बीजापुर और सुकमा जिले की सीमा पर हुए इस नक्सली हमले में 22 जवान शहीद हुए थे. 


नक्सली हमलों में गिरावट- केंद्र की रिपोर्ट
देश के कई नक्सल प्रभावित इलाकों से नक्सली हमले की खबर आती हैं. केंद्र सरकार दावा करती है कि ऐसी घटनाओं में लगातार गिरावट आ रही है. 8 फरवरी 2023 को राज्यसभा में इसे लेकर आंकड़ा पेश किया गया था. जिसमें बताया गया था कि साल 2018 से लेकर 2022 तक देशभर में उग्रवादी हमलों में गिरावट आई है.