मनीष पुरोहित/मंदसौर: सिंथेटिक ड्रग की मंडी बनते मध्यप्रदेश के मंदसौर में प्रतिबंधित दवा अल्प्राजोलम की खेप पकड़े जाने के बाद दवाओं के नशे के रूप में दुरुपयोग की आशंका भी बढ़ गई है. मंदसौर पुलिस ने मुखबिर की सूचना के आधार पर 50 ग्राम स्मैक और 100 ग्राम अल्प्राजोलम के साथ ग्राम बाबू खेड़ा के कमलेश मालवीय को गिरफ्तार किया है. पुलिस अभी आरोपी से 4 दिन का रिमांड लेकर पूछताछ में जुटी हुई है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पैर के दर्द से तंग युवक ने की आत्महत्या, परिजन बोले- 6 महीने से परेशान था


बता दें कि अल्प्राजोलम एक प्रतिबंधित दवा है (नींद के लिए और अन्य मस्तिष्क संबंधी बीमारियों की दशा में दी जाने वाली दवा) जो कि डॉक्टर के प्रिसक्रिप्शनस् पर ही मरीजों को उपलब्ध कराई जाती है. ऐसे में इसकी इतनी बड़ी खेप मिलना चिंताजनक है. साथ ही इस और संकेत भी करती है कि ड्रग माफिया अब मोटे मुनाफे का लालच देकर दवा कारोबारियों को साथ मिलाकर प्रतिबंधित दवाओं की नशे के रूप में उपयोग के लिए तस्करी में जुटे हुए हैं.


जेपी नड्डा का संस्कारधानी में हुआ भव्य स्वागत, जबलपुर में इन कार्यक्रमों में होंगे शामिल


पुलिस जुट गई तलाश में
पुलिस के अनुसार प्राथमिक पूछताछ में कमलेश ने बताया है कि वह स्मैक और अल्प्राजोलम प्रतापगढ़ जिले के ग्राम का गादोला के उमेश पाटीदार से लेकर आया था और जोधपुर में पप्पू बिश्नोई नामक तस्कर को देने जा रहा था. पुलिस इन दोनों आरोपियों की भी तलाश में जुटी है.