2023 में जीत के लिए बीजेपी की डगर पर कांग्रेस! भाजपा बोली- हमें कोई दिक्कत नहीं
विश्वास सारंग ने कहा कि सज्जन सिंह वर्मा किस हैसियत से यह बयान दे रहे हैं. कमलनाथ का कुछ अता-पता नहीं रहता है. सारंग ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के पास ना कार्यकर्ता हैं और ना नेता. कांग्रेस में अपनी डफली, अपना राग चल रहा है.
प्रमोद शर्मा/भोपालः मध्य प्रदेश में राजनीतिक पार्टियों ने 2023 के विधानसभा चुनाव (MP Assembly Election) की तैयारी शुरू कर दी है. कांग्रेस ने जीत के लिए बीजेपी की राह चलने का फैसला किया है! दरअसल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सज्जन सिंह वर्मा (Sajjan Singh Verma) का कहना है कि बीजेपी की तर्ज पर कांग्रेस भी सामाजिक, धार्मिक और क्षेत्रीय समीकरणों को साधने के लिए खास टीमें तैयार की जाएगी. वहीं कांग्रेस के इस प्लान पर बीजेपी (MP BJP) ने तगड़ा पलटवार किया है.
क्या है कांग्रेस की तैयारी?
कांग्रेस नेता सज्जन सिंह वर्मा का कहना है कि कांग्रेस पार्टी युवाओं के सहारे 2023 चुनाव में वापसी का प्लान बना रही है. बीजेपी की तर्ज पर धार्मिक, सामाजिक और क्षेत्रीय समीकरणों के साथ टीम का गठन किया जाएगा. बेहतर काम ना करने वाले जिला अध्यक्ष हटाए जाएंगे. यूथ कांग्रेस के एक बूथ पर पांच यूथ अभियान फ्लॉप होने के बाद कांग्रेस युवाओं पर खासा फोकस कर रही है. बता दें कि अभी युवा वर्ग पर बीजेपी की पकड़ बनी हुई है. बीजेपी सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों के जरिए युवाओं के बीच अपनी पकड़ को मजबूत करने की कोशिश कर रही है. वहीं अब कांग्रेस की नजर भी युवाओं पर है.
बीजेपी ने किया पलटवार
कांग्रेस के इस प्लान पर बीजेपी नेता विश्वास सारंग ने तगड़ा पलटवार किया है. विश्वास सारंग ने कहा कि सज्जन सिंह वर्मा किस हैसियत से यह बयान दे रहे हैं. कमलनाथ का कुछ अता-पता नहीं रहता है. सारंग ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के पास ना कार्यकर्ता हैं और ना नेता. कांग्रेस में अपनी डफली, अपना राग चल रहा है. विश्वास सारंग ने कहा कि भाजपा को कांग्रेस की तैयारियों से कोई दिक्कत नहीं है. कांग्रेस का एक बूथ पर पांच यूथ अभियान असफल रहा और अब युवा कांग्रेस के साथ हाथ नहीं मिलाना चाहते हैं.
सीएम शिवराज ने आज एक कार्यक्रम में आगामी विधानसभा चुनाव में 200 पार सीटें लाने की बात कही है. इस पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा का कहना है कि मुख्यमंत्री ने कहा है तो बीजेपी ये करके दिखाएगी. हमने अपनी लाइन तैयार की है,कांग्रेस के पास न नेता है और ना नीति.