Chhattisgarh News: वेतन समेत कई मांगों को लेकर पिछले 13 दिनों से हड़ताल पर रहने वाले 205 स्वास्थ्य अधिकारियों को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बर्खास्त कर दिया है.बर्खास्त कर्मचारियों में 110 महिला और 85 पुरूष शामिल हैं. यह आदेश सीएमएचओ द्वारा जारी किया गया है.


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कर्मचारियों के खिलाफ लगा था एस्मा
बता दें कि स्वास्थ्य विभाग के हड़ताली कर्मचारियों के खिलाफ एस्मा लगाया गया था. ये सभी स्वास्थ्यकर्मी 21 अगस्त से हड़ताल पर थे. और 25 अगस्त को स्वास्थ्य विभाग के हड़ताली कर्मचारियों के खिलाफ एस्मा लगाया गया था.मिली जानकारी के अनुसार एस्मा लगाने के बावजूद स्वास्थ्यकर्मी काम पर नहीं लौटे थे. 


जानें पूरा मामला
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार विभाग के कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर 21 अगस्त से हड़ताल पर थे. इसके चलते स्वास्थ्य विभाग के काम काज पर बुरा असर पड़ा है. लोगों को इस दौरान भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा है. सीएमएचओ डॉ रोजेश शुल्का ने बताया कि, हड़ताल की वजह से काम पर बुरा असर पड़ रहा था. जिले में ग्रामीण स्वास्थ्य अधिकारी वेतन समेत कई मांगों को लेकर 21 अगस्त से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले गए थे. इससे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, उप स्वास्थ्य केन्द्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में होने वाले टीकारण, डायरिया की रोकथाम, डैंगू के रोकथाम, मलेरिया की रोकथाम गर्भवती महिलाओं की जांच् , स्कूल हेल्थ समेत सभी कार्यक्रम प्रभावित हो रहे थे. इससे गांव को लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा.


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बता दें कि प्रशासन ने हड़ताली कर्मचारियों को काम पर लौटने के लिए नोटिस भी भेजा था. लेकिन कर्मचारी हड़ताल पर अड़े रहे. नोटिस जारी कर 25 अगस्त को काम पर लौटने को कहा गया था. काम पर नहीं लौटने पर कर्मचारियों को छत्तीसगढ़ सिविल सेवा अधिनियम 1965 के तहत दोषी ठहराया गया.  वहीं सीएमएचओ (CMHO) द्वारा जारी बर्खास्तगी आदेश के विरोध में सोमवार 4 सितंबर को मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपेगा.