नई दिल्ली: बारिश का दौर चल रहा है. ऐसे में हमारे शरीर में कई बदलाव भी देखने को मिलते है. कई लोगों को बारिश के पानी से एलर्जी भी होती है तो किसी को इस मौसम फोड़े-फुंसी की समस्या भी होने लगती है. हालांकि एक जो सबसे दर्दनाक समस्या होती है. वो होता है बाल तोड़. जी हां, शुरुआत में आम फोड़े फुंसी की तरह दिखाई देता है, लेकिन जैसे-जैसे दर्द बढ़ता है, तब समझ आ जाता है कि ये कोई सामान्य समस्या नहीं है. 


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दरअसल जब कोई बाल अचानक जड़ से टूट जाता है तब बाल तोड़ की स्थिति बनती है. इस वजह से उस हिस्से पर जो घाव होता है उसमें कई बार बैक्टीरियल इंफेक्शन हो जाता है, जो धीरे धीरे बढ़ने लगता है. जहां से पस भी निकलना शुरू हो जाता है. आपको हैरानी होगी कि बाल तोड़ से निपटने की कोई दवा तो नहीं है. लेकिन आप कुछ घरेलू नुस्खे आजमा कर बाल तोड़ के दर्द से राहत पा सकते है.


पहला नुस्खा हल्दी
हल्दी में एंटी बैक्टीरियल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण तो होते ही हैं. आप दूध के साथ हल्दी मिलाकर पिएं तो जख्म जल्दी भरने लगते हैं. इसके अलावा हल्दी में अदरक मिलाकर लेप तैयार कर लें, उस लेप को फोड़े पर लगा लें. शुरूआत में जलन होगी लेकिन धीरे धीरे आराम मिलने लगेगा.


प्याज डाइट में करें शामिल
इसका दूसरा नुस्खा है प्याज. जी हां, प्याज में एंटसेप्टिक प्रॉपर्टीज होती हैं, जो इंफेक्शन को कम करने में मदद करती है. कच्ची प्याज सलाद के तौर पर खाने से इस तरह के इंफेक्शन से बचा जा सकता है. इसके अलावा दर्द से राहत भी मिल सकती है.
 
लहसुन की कली करें कमाल
लहसुन को एंटी बैक्टीरियल, एंटी माइक्रोबियल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर माना जाता है. लहसुन का पेस्ट आप फोड़े पर लगा सकते हैं. इससे होने वाली जलन बर्दाश्त न हो तो लहसुन की कली को सेंक कर उसे भी फोड़े पर लगा सकते हैं. जिससे आपको आराम मिलेगा.


नीम करे किटाणुओं का नाश
नीम के गुणों को तो सभी जानते है. जो एक औषधी के रुप में भी काम करती है. नीम की पत्तियों का पेस्ट बनाकर घाव पर लगाने से फोड़ा जल्दी ठीक होता है. चाहें तो पानी में पत्तियां उबालकर इसी पानी से नहाएं. इससे शरीर के किटाणु तो भागेंगे ही, साथ ही घाव की सफाई भी हो जाएगी.


टी ट्री ऑयल फायदेमंद
टी ट्री ऑयल का इस्तेमाल कई चीजों में किया जाता है.  इस थोड़ा सा रूई को इस तेल में भिगो लें, औऱ इस रूई को फोड़े पर रख लें और कपड़ा बांध लें.  बस ये ध्यान रखें कि रूई पूरे समय न बंधी रहें.