Aarakshan Bachao Andolan: भोपाल। चुनावी साल में मध्य प्रदेश में विरोध और आंदोलनों का सिलसिला शुरू हो गया है. राजधानी भोपाल से लेकर जिला स्तर तक लोग और संगठन अपनी मांगों को लेकर विरोध कर रहे हैं. इसीक्रम में करनी सेना (Karni Sena) के विरोध में आज भोपाल में भीम आर्मी (Bhim Army) का प्रदर्शन होने जा रहा है. ऐसा पहली बार हो रहा है जब कोई संगठन किसी एक संगठन की मांग के लिए किए गए आंदोलन के विरोध में प्रदर्शन करने जा रहा है. ऐसे में शिवराज सरकार की मुस्किलें बढ़ सकती है.


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चुनावी साल में एक्टिव हुई भीम आर्मी
चुनावी साल में भीम आर्मी मध्य प्रदेश में एक्टिव नजर आ रहे है. वो आज से करणी सेना की मांगों के विरोध में प्रदर्शन करने वाली है. इसे भीम आर्मी का आरक्षण बचाओ शक्ति प्रदर्शन नाम दिया गया है. इसके लिए संगठन के लीडर चंद्र शेखर रावण ने दलितों से आज भोपाल आने का आव्हान किया है. प्रदर्शन  राजधानी भोपाल के भेल दशहरा मैदान में होगा. इसमें दलित, आदिवासियों के अलावा पिछड़े वर्ग के लोगों के शामिल होने की संभावना है.


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रखेंगे 25 सूत्रीय मांग
सुनील अस्तेय ने बताया कि इस साल एक जनवरी से पूरे प्रदेश में 25 सूत्रीय मांगों को लेकर गांव से राजधानी भोपाल तक निकाली जा रही है। "समाजिक न्याय यात्रा 12 फरवरी 2023 की हमारी तैयारी पूरी हो चुकी है, सरकार नही चाहती है कि बहुजन समाज (एससी, एसटी, ओबीसी, अल्पसंख्यक) के लोग स्वत्रंत भारत में भाजपा सरकार की जातिवादी गलत नीतियों का विरोध करें। हम मध्यप्रदेश में 


क्या हैं मांगे?
संगठन के अधिकारियों ने बताया कि वो इस आंदोलन में सरकार के सामने 25 सूत्रीय मांग रखेंगे. इनके अनुसार, प्रदेश के मौजूदा हालात किसानों- छात्रों एवं कमर्चारियों सहित महिलाओं के भयभीत करने वाला है. हम चाहते हैं कि राज्य में सभी वर्गों की जातिगत जनगणना हो और OBC को 27% आरक्षण मिले. इसी के साथ आदिवासियों के पेसा एक्ट कानून एवं अल्पसंख्यक समुदाय के अधिकारों की सुरक्षा हो.


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कौन-कौन द रहा है साथ
भीम आर्मी का दावा है कि उनके इस प्रदर्शन में कई संगठन साथ दे रहे हैं. सभी परिवर्तन के लिए एक मंच पर आएंगे. भीम आर्मी के मुताबिक, उनके इस प्रदर्शन में जयस, ओबीसी महासभा, दलित, आदिवासी, पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक समाज के बड़े सामाजिक संगठन साथ दे रहे हैं.