रामनिवास रावत की शपथ के बाद सियासी सियापा तेज, कांग्रेस की आचार संहिता के तहत मामला दर्ज करने की मांग
कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए रामनिवास रावत को मोहन सरकार में मंत्री बनाया गया है. मंत्री बनने के बाद उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया. लेकिन कांग्रेस रावत को मंत्री बनाए जाने पर खफा है. कांग्रेस ने इसे अमरवाड़ा चुनाव प्रभावित करने की वजह बताया है.
Amarwara By Election: अमरवाड़ा उप चुनाव को लेकर कोई ना कोई कलह चल ही रही है. सोमवार को ही कांग्रेस से बीजेपी में आए रामनिवास रावत ने मंत्री पद की शपथ ली, विधायिकी से इस्तीफा दिया. शपथ के थोड़े ही देर बाद से कांग्रेस, बीजेपी पर राजनीतिक आरोप लगा रही है. उनका कहना है कि अमरवाड़ा चुनाव को प्रभावित करने के लिए ये शपथ दिलवाई गई है. आरोप है कि मतदान से दो दिन पहले ये शपथ जनता को गुमराह करने के लिए है.
जीतू पटवारी ने लगाए आरोप
रामनिवास रावत की मंत्री पद की शपथ के बाद कांग्रेस ने चुनाव आयोग से शिकायत कर दी है. जीतू पटवारी ने आरोप लगाते हुए कहा कि लोकतंत्र की हत्या और कुर्सी की सौदेबाज़ी के लिए कुख्यात बीजेपी ने कांग्रेस विधायक को ही मंत्री पद की शपथ दिला दी. यह लोकतंत्र और संविधान का प्रमाणिक अपमान है. इसीलिए यह उपचुनाव लोकतंत्र के सम्मान को बचाने के साथ ही BJP को सबक सिखाने का चुनाव है. उन्होंने जनता से अपील की है कि इस मौके को हमें गवाना नहीं है. कांग्रेस ने अपील कि है कि बीजेपी के खिलाफ आचार संहिता के तहत मामला दर्ज किया जाए.
मंत्री बनने के बाद रावत ने छोड़ी विधायकी
दरअसल, रामनिवास रावत जब बीजेपी में शामिल हुए थे तो उन्होंने तुरंत ही विधायक पद से इस्तीफा नहीं दिया था. ऐसे में कांग्रेस इस बात की शिकायत करती रही कि बीजेपी में शामिल होने के बाद रावत को तुरंत ही विधायक पद छोड़ देना चाहिए. लेकिन बीजेपी में शामिल होने के 68 दिन बाद जब वह मंत्री बने तो उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दिया है. जबकि कांग्रेस ने विधानसभा सत्र के दौरान भी रामनिवास रावत और निर्मला सप्रे की विधानसभा सदस्यता रद्द करने की शिकायत विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर से की थी. लेकिन कांग्रेस रावत के मंत्री बनाए जाने को गलत बता रही है. क्योंकि कांग्रेस का दावा है कि विपक्ष में बैठे एक विधायक को मंत्री कैसे बनाया जा सकता है.
अमरवाड़ा चुनाव से जोड़ा मामला
कांग्रेस का कहना है कि फिलहाल प्रदेश की अमरवाड़ा विधानसभा सीट पर उपचुनाव हो रहा है, जिसे बीजेपी प्रभावित करने की कोशिश में जुटी है. बीजेपी रावत को मंत्री बनाकर यह संदेश देने में जुटी है कि जो बीजेपी में आएगा उसे लाभ मिलेगा. कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी ने यह संदेश दिया है कि अगर बीजेपी प्रत्याशी कमलेश शाह को अमरवाड़ा में जिताया जाएगा तो उन्हें भी मंत्री पद दिया जाएगा. कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग से मांग की है कि बीजेपी के खिलाफ आदर्श आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज किया जाना चाहिए. क्योंकि यह सीधे तरह से चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है.
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