भोपालः केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह कल यानी कि 16 अक्टूबर को ग्वालियर दौरे पर आ रहे हैं. ग्वालियर में वह 500 करोड़ की लागत से बने राजमाता विजया राजे सिंधिया एयरपोर्ट के नए टर्मिनल का शुभारंभ करेंगे. अमित शाह के दौरे की तैयारियों की निगरानी केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया खुद कर रहे हैं. बता दें कि गृहमंत्री अपने ग्वालियर दौरे के दौरान सिंधिया के महल जयविलास पैलेस भी जाएंगे और वहां करीब डेढ़ घंटे रुकेंगे. अमित शाह ग्वालियर में मेला ग्राउंड में एक विशाल जनसभा को भी संबोधित करेंगे, जहां तकरीबन एक लाख लोगों को जुटने की संभावना जताई जा रही है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ग्वालियर के चप्पे-चप्पे पर होगी सुरक्षा
गृहमंत्री अमित शाह के दौरे को देखते हुए ग्वालियर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. पूरे ग्वालियर के चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा रहेगी. 5000 सुरक्षाकर्मी तो एयरपोर्ट से लेकर सभा स्थल और जयविलास पैलेस के आसपास ही तैनात रहेंगे. जनसभा के मंच के पास बिना अनुमित के परिंदा भी पर नहीं मार सकेगा. भाजपा के नेता ग्वालियर में डेरा डाले हुए हैं और तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. 


4 हजार करोड़ के महल में खाएंगे खाना
गौरतलब है कि यह अमित शाह का पहला ग्वालियर दौरा है. शाह के दौरे को लेकर सिंधिया भी पूरी ताकत झोंक रहे हैं और पल-पल तैयारियों पर नजर बनाए हुए हैं. सिंधिया समर्थक मंत्री और नेता अमित शाह के दौरे को लेकर खासे सक्रिय हैं. एयरपोर्ट टर्मिनल के उद्घाटन के बाद अमित शाह जयविलास पैलेस जाएंगे और वहां करीब डेढ़ घंटा रुकेंगे. इस दौरान उनका शाही अंदाज में स्वागत होगा. सिंधिया के महल में ही अमित शाह भोजन करेंगे. बता दें कि जयविलास पैलेस की अनुमानित कीमत करीब 4 हजार करोड़ आंकी जाती है. 


कांग्रेस ने साधा निशाना
अमित शाह के ग्वालियर दौरे पर कांग्रेस नेता गोविंद सिंह ने निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को पीले चावल देकर बुलाया जा रहा है. साथ ही उन्हें डर दिखाकर भी बुलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि भाजपा को डर है, इसलिए पीएम मोदी और अब अमित शाह प्रदेश का दौरा कर रहे हैं. जनता बीजेपी से त्रस्त है. लोहा गरम है और सिर्फ हथौड़ा मारना बाकी है. 


नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने लघु उद्योग निगम की अध्यक्ष और सिंधिया समर्थक इमरती देवी पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि इमरती देवी ने पहले कसम खाई थी कि वह ताउम्र कांग्रेस में रहेंगी लेकिन सिंधिया जी बीजेपी में शामिल हो गए तो वह बीजेपी में चली गईं लेकिन अब जब सिंधिया कहीं और जाएंगे तो इमरती देवी उनके पीछे चली जाएंगी. डबरा की जनता ने उन्हें जवाब दे दिया है और उनकी करारी हार हुई है.