राहुल सिंह राठौड़/उज्जैन: दिल्ली की जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी एक बार फिर विवादों के चलते सुर्खियों में है. दरअसल इस बार का विवाद ब्राह्मण व बनिया वर्ग के अपमान को लेकर उठा है. कुछ असामाजिक तत्वों ने JNU की दीवारों पर ब्राह्मण व बनिया वर्ग के लिए आपत्तिजनक शब्द जैसे ही लिखे सोशल मीडिया और तस्वीरें वायरल होने लगीं उसी बात को लेकर अब बाबा महाकालेश्वर की नगरी में करणी सेना, ब्राह्मण समाज, हिंदू संगठन ने संयुक्त रूप से असामाजिक तत्वों का सार्वजनिक स्थल पर पुतला जलाकर अपमान का विरोध जताया है.


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सभी संगठन ने विरोध करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री व गृहमंत्री से ऐसे असामाजिक तत्वों पर कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि या तो यूनिवर्सिटी को बंद कर दिया जाए. क्योंकि पहले भी कई बार ऐसा हुआ है और या फिर ऐसे असामाजिक तत्वों को बाहर किया जाए.


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उज्जैन में लगे मुर्दाबाद के नारे
आपको बता दें कि बाबा महाकलेश्वर की नगरी में टावर चौक चौराहे पर ये विरोध प्रदर्शन किया गया है. जिसमें अखिल भारतीय हिन्दू संत महासभा जिला उज्जैन, संयुक्त ब्राह्मण समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष व श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल हुए. JNU में असामजिक तत्व और उनको बढ़ावा देने वालो के खिलाफ मुर्दाबाद-मुर्दाबाद के नारे लगाए.


बंद हो जेएनयू
सयुंक्त ब्राह्मण समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय रावत ने बताया कि  जेएनयू में लगातार देश विरोधी नारे लगते रहे हैं. इसबार भी दो जाति के लोगों निशाना बनाया है. हमारी मांग पीएम मोदी और प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा से है कि नारे लिखने वालो कार्रवाई की जानी चाहिए. राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना ने जेएनयू में हुई ब्राह्मण और बनिया समाज के ऊपर देश विरोधी टिपण्णी को लेकर निशाना साधा और जवाहर लाला नेहरू यूनिवर्सिटी की बंद करने की मांग की. मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए समाज के लोगों ने चेतावनी देते हुए कहा कि ब्राह्मणों पर टिपण्णी करने वाले पर कार्रवाई की जानी चाहिए और ऐसे छात्रों को निलंबित करना चाहिए.