आकाश द्विवेदी/भोपाल:  अनूपपुर की नगर परिषद बिजुरी (Anuppur nagar parishad bijuri) में सामग्री क्रय में वित्तीय अनियमितता (financial irregularity) पाये जाने का मामला सामने आने से हड़कंप मच गया है. निकाय के बैंक खाते में जमा 23.74 करोड़ रुपये की राशि में से 12.44 करोड़ की कमी दर्ज की दई है. इस पूरे गबन में नगर के परिषद अध्यक्ष, तत्कालीन CMO और अन्य अधिकारियों की संलिप्तता पाई गई है. अब तात्कालिक अध्यक्ष को कारण बताओ नोटिस के साथ निलंबित सीएमओ के खिलाफ आरोप पत्र जारी कर दिया है.
 
दरअसल इस मामले में शिकायत मिलने पर आयुक्त नगरीय प्रशासन व विकास के निर्देश पर अधीक्षण यंत्री की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति बनाई थी. जिसके बाद अब ये बड़ा खुलासा हुआ है.


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जांच में हुआ ये खुलासा 
तीन सदस्यीय समिति में जांच के बाद ये बात सामने आई कि नगर परिषद बिजुरी में वित्तीय वर्ष 2021-22 में 107 नस्तियां (रिकॉर्ड) बनाकर बिना सामग्री आए ही भुगतान कर दिया गया. इस फर्जी रिकॉर्ड की हरकत से निकाय को 7.27 करोड़ रुपये की आर्थिक क्षति पहुंचाई गई. इसी तरह नगर परिषद बिजुरी के स्टैट बैंक के बचत खाते में 23. 74 करोड़ का खर्च, ई-कैशबुक में 11.30 करोड़ दर्ज है. जो बैंक स्टेटमेंट के आधार पर 12.44 करोड़ रुपये कम है. निकाय में इसका रिकॉर्ड दर्ज नहीं है. अब शासन ने इसे गंभीर वित्तीय गबन मानते हुए अधिकारियों को दोषी पाया है.


कारण बताओ नोटिस भेजा गया
इस मामले में तात्कालिक अध्यक्ष को कारण बताओ नोटिस के साथ निलंबित सीएमओ के खिलाफ आरोप पत्र जारी कर दिया गया है. वहीं उपयंत्री के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दे गिए है.