Ash Gourd Juice Benefits: शरीर की बाहरी स्वच्छता के साथ भीतरी स्वच्छता भी बेहद जरुरी है, क्योंकि बाहरी सफाई के लिए तो आप रोजाना तमाम तरह के क्रीम, साबुन से लेकर यूज कर तरोताजा रहते है उसी तरह शरीर को अंदर की सफाई भी आवश्यक गया है, इसे डिटॉक्सिफिकेशन कहा जाता है. वैसे तो शरीर को सप्ताह में एक बार डिटॉक्स की जरुरत होती है क्योंकि आजकल की भागती दौड़ती जिंदगी में कोई भी हेल्दी खाना नहीं खाता है. वीकेंड आते ही पिज्जा वर्गर से लेकर पैक्ड फूड, मिठाई, फ्राईट रेसिपी चटकारे लेकर स्वाद लेते है.


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ऐसे में आप खुद अंदाजा लगा सकते हैं कि आप कितना ज्यादा टॉक्सिन्स जमा कर रहे है. यानी आप अपने शरीर में कितनी मात्रा में टॉक्सिन यानी विषैले पदार्थों जमा कर रहे हैं इसका आपको जरा सा भी अंदाजा नहीं है. वैसे हम आपको डरा नहीं रहे...बस सचेत कर रहे है और बॉडी को कैसे डिटॉक्स कर सकते है इसे आसान भाषा में बता दी रहे है. अगर आपने बॉडी को डिटॉक्स कर लिया तो कई बीमारियों की चपेट में आने से बच सकते है. क्योंकि हमें आपकी फ्रिक है.


सफेद पेठा बॉडी डिटॉक्स करने के लिए बेहतरीन सुपरफूड 


बॉडी को डिटॉक्स करने के लिए सफेद पेठा यानी ऐश गॉर्ड सबसे बेहतरीन सुपरफूड माना गया है. इसे वैक्स लौकी या सफेद कद्दू के नाम से जाना जाता है. इसका मुरब्बा पेठा काफी प्रसिद्ध मिठाई के तौर पर जाना जाता है.लेकिन शायद आप नहीं जानते होंगे की यह बॉडी को  डिटॉक्स करने के लिए रामबाण तरीका है.  सफेद पेठा (Ash Gourd in Hindi) कई सारे पोषक तत्वों से भरा हुआ है जो आपको शरीर के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद है, क्योंकि इसमें कैल्शियम, आयरन, विटामिन-ए, सी, पोटैशियम, मैग्नीशियम, जिंक जैसे कई सार पोषक तत्व मौजूद होते हैं.


96% प्रतिशत पानी होने की वजह से आसानी से डिटॉक्सिफाई करता है


सफेद पेठा यानी ऐश गॉर्ड में कई तरह के महत्वपूर्ण पोषक तत्व जैसे इसमें कैल्शियम, आयरन, विटामिन-ए, सी, पोटैशियम, मैग्नीशियम, जिंक जैसे कई सार पोषक तत्व मौजूद होते हैं. वहीं इसमें 96% प्रतिशत पानी होता है जिसकी वजह से यह शरीर को बड़ी आसानी से डिटॉक्सिफाई करता है. साथ ही शरीर में एनर्जी देने के साथ वेट लॉस को प्रमोट करता है. इसके साथ ही यह फाइबर का एक अच्छा स्रोत माना जाता है.


सफेद रंग होने के कारण इसे ऐश और वैक्स गॉर्ड भी कहते हैं. इसका स्वाद खीरे के समान होता है सबसे बड़ी बात है कि इसका स्वाद बिल्कुल भी कड़वा नहीं होता. इसे सब्जी के तौर पर या सांभर के डालकर आसानी से अपने आहार में शामिल कर सकते है.


एक्सेस वाटर और सोडियम को बाहर निकालने में मदद करता


सफेद पेठा और इसका जूस शरीर को ठंडा रखने में मदद करता हैं. इसलिए इसका सेवन गर्मियों में जरूर करना चाहिए. इसकी तासीर ठंडी होती है इसलिए इसे खाली पेट खाना कुछ लोगों के लिए नुकसानदेह हो सकता है. इसे नियमित आहार में शामिल करने से पहले शरीर पर इसके प्रभाव को सुनिश्चित कर लेना जरूरी है. बढ़ती ठंड में इस से परहेज रखना ही उचित रहेगा.


सफेद पेठा में काफी ज्यादा पानी मौजूद होता है यह बार-बार हमारे शरीर में यूरिन प्रोडक्शन करने करते हैं. यह हमारे शरीर से एक्सेस वाटर और सोडियम को बाहर निकालने में मदद करता है. यदि किसी को भी पैर और हाथ में सूजन की समस्या रहती है, तो यह आपके लिए काफी ज्यादा फायदेमंद साबित होगा.


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ऐसे करें तैयार सफेद पेठे का जूस



सफेद पेठा को सबसे पहले छिल ले और इसका बीज निकाल लें, फिर इसे छोटे-छोटे टुकड़ों में काटें और जूसर या ब्लेंडर की मदद से पीस ले. इसे तब तक ब्लेंड करते रहें जब तक यह स्मूद ना हो जाएं. ध्यान रहे की ब्लेंड करते समय इसमें पानी न डालें.अब इसका रस निकालने के लिए सूती कपड़ा लें या हल्की मोटी जाली वाली छन्नी ले और तैयार की गई स्मूदी को उसमें डाल कर कपड़े को अच्छी तरह निचोड़ें.


इस जूस में बिना कुछ मिलाएं सादे रूप में पीना सेहत के लिए काफी फायदेमंद रहेगा. अगर स्वाद लेकर पीना चाहते है तो स्वाद बढ़ाने के लिए नारियल पानी, नमक और नींबू शामिल कर सकते हैं. याद रहे कि इसके जूस में चीनी बिल्कुल भी न मिलाएं.


(यदि आप इस जूस को लेने की विचार कर रहे है तो लेने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लें)