Ashadha Gupt Navratri 2023: पैसे की है तंगी तो गुप्त नवरात्रि में करें लौंग का ये उपाय, होगा बड़ा चमत्कार
Ashadha Gupt Navratri 2023: आपके जीवन में नौकरी, पैसों से जुड़ी समस्या हैं तो गुप्त नवरात्रि में ये उपाय जरूर करें.
Ashadha Gupt Navratri 2023: साल में 4 बार आने वाली नवरात्रि में गुप्त नवरात्रि अपना अलग महत्व रखती हैं. साल में दो बार पौष और आषाढ़ महीने में गुप्त नवरात्रि आती है. इस दौरान देवी की 10 विद्याओं की साधना पूरे विधि विधान से की जाती है. हालांकि देवी मां को प्रसन्न करना इतना आसान नहीं होता, लेकिन अगर देवी प्रसन्न हो जाएं तो जीवन की सारी परेशानियां खत्म हो जाती है. इसके बाद न पैसों की कमी होती है और न ही तरक्की में रुकावट. ऐसे में अगर आप नौकरी-तरक्की-पैसों की परेशानी से जूझ रहे हैं तो आपके लिए गुप्त नवरात्रि में उपाय लेकर आएं हैं. जिससे आर्थिक तंगी दूर होती है. जानिए..
1. नौकरी में रुकावट
आपको बता दें कि गुप्त नवरात्रि में माता कीलक के स्त्रोत का पाठ जरूर करना चाहिए. कीलत का मतलब किसी भी प्रभाव को खत्म करने वाला मंत्र होता है. शास्त्रों की माने तो भोलेनाथ मंत्र का 108 बार जाप करने बाद हर दिन तीन बार कीलक स्त्रोत का पाठ किया जाए तो यह सिद्ध हो जाता है. पहली बार इसका पाठ मन में करना चाहिए, फिर धीरे स्वर और तीसरी बार उच्च स्वर में पाठ करना चाहिए. मान्यता है कि जो इसका पाठ गुप्त नवरात्रि में करता है, उसकी नौकरी और तरक्की की राह आसान होती है.
2. धन-समृद्धि
गुप्त नवरात्रि में हर दिन देवी मां के सामने घी का दीपक जलाना चाहिए. मां को लाल फूल भी पंसद होता है, उन्हें वो भी अर्पित करना चाहिए. इस दौरान चांदी की कोई चीज मां के चरणों में अर्पण करने से सुख-सृमद्धि के साथ प्यार भी बढ़ता है.
3. तरक्की का उपाय
अगर आपकी तरक्की में रुकावट आ रही है तो आपको गुप्त नवरात्रि में हर दिन दुर्गा सप्तशती के 12वें अध्याय का 21 बार पाठ करना चाहिए. साथ ही लौंग और कपूर से मां की आऱती करना चाहिए. नवरात्रि के आखिरी दिन मंदिर में मां दुर्गा को लाल रंग का झंडा अर्पण करें.
4. सुख शांति के लिए
घर में सुख और शांति के लिए गुप्त नवरात्रि में माता के सामने रोज घी का दीपक जलाएं और सिंदूर अर्पण करें. साथ ही मां को 9 बताश और 2 लौंग भी चढ़ाएं. इस उपाय से परिवार में सुख शांति बढ़ेगी. रिश्तों में मिठास बनी रहेगी.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ज़ी मीडिया इसकी पुष्टि नहीं करता है.)