MP Assembly Election: इन 3 बयानों में दिख रहा है CM शिवराज का डर! केंद्र को इशारा या खुद का ओपिनियन पोल
MP Chunav 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव इन दिनों नए मोड़ पर दिख रहा है. मुख्यमंत्री के तीन बयान जमकर वायरल हो रहे हैं, जिसे कमलनाथ उनका डर बताते हुए राज्य में पीएम मोदी V/S सीएम शिवराज बता रहे हैं.
MP Election 2023: भोपाल। मध्य प्रदेश में भले ही अभी चुनाव की तारिखों का ऐलान न हुआ हो. लेकिन, इससे पहले प्रदेश में सीएम शिवराज सिंह चौहान को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं चलने लगी हैं. कोई कह रहा है की बीजेपी इस बार उन्हें रिपीट नहीं करना चाहती तो कोई ये तक कह रहा है कि उन्हें चुनाव ही नहीं लड़ाया जाएगा. इस बीच सीएम शिवराज सिंह के तीन बयान तेजी से वायरल हो रहे हैं. जिसे कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ उनका डर और राज्य में PM V/S CM बता रहे हैं.
सीएम शिवराज के 3 बयान
मध्य प्रदेश चुनाव में किनारे लगाए जाने की चर्चाओं के बीच सीएम ने जनता से सवाल पूछ रहे हैं और खुद के लिए ओपिनियन ले रहे हैं. कहीं वो खुद के याद आने की बात करते हैं तो कहीं खुद के फिर से मुख्यमंत्री बनने के लिए जनता में हां में हां करवाते हैं. ऐसे में उनके 3 बयान जमकर वायरल हो रहे हैं और चर्चा में है, जिन्हें विपक्ष भी हाथो-हाथ ले रहा है.
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पहला
सीहोर की लाडली बहनों को संबोधित करते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा था की 'ऐसा भैया फिर न मिलेगा, जाऊंगा तो बहुत याद आऊंगा'. उनका ये बयान तेजी से वायरल हुआ था और लोग इसे सीएम शिवराज सिंह चौहान की स्वीकारिता बता रहे थे की उन्हें केंद्र से कह दिया गया है.
दूसरा
मुख्यमंत्री का दूसरा बयान भी सीहोर का है. जब उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए जनता से पूछा था की चुनाव लडूं या नहीं. इसी बयान पर विपक्ष कह रहा है कि मुख्यमंत्री को केंद्र ने चुनाव से भी दूर रहने के लिए कह दिया है.
तीसरा
अब डिंडौरी की सभा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक और बयान दिया है. यहां चुनावी सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने पूछा की मामा को मुख्यमंत्री बनना चाहिए या नहीं.
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कांग्रेस ने बताया PM V/S CM
अब मुख्यमंत्री के बयानों को कांग्रेस PM V/S CM बता रही है. कमलनाथ ने X पर पोस्ट किया 'मध्य प्रदेश भाजपा में हताशा अपने चरम पर है. पहले प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का नाम लेना बंद कर दिया और उन्हें मुख्यमंत्री की दौड़ से बाहर कर दिया. इसके जवाब में प्रधानमंत्री पर दबाव बनाने के लिए पहले तो मुख्यमंत्री ने जनता के बीच यह पूछना शुरू किया कि मैं चुनाव लड़ूं या नहीं लड़ूं और अब सीधे पूछ रहे हैं कि मोदी जी को प्रधानमंत्री होना चाहिए या नहीं.