Astro Tips For Sleeping: भरपूर नींद लेना हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है, क्योंकि इससे ना सिर्फ हमारी थकान दूर होती है. बल्कि हमारा शरीर तरोताजा हो जाता है. लेकिन सोने के भी कुछ नियम हैं. जैसे कितने घंटे सोना और किस समय सोना. अगर इन नियमों की अनदेखी की गई तो हमें स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां होती हैं. साथ ही धर्म के नजरिए से भी इसे अपशकुन माना जाता है. हमारे धर्म शास्त्रों में दिन में सोना वर्जित माना गया है. जो लोग शास्त्रों में वर्जित किए गए समय पर सोते हैं, उन्हें देवी-देवता उनसे नाराज रहते हैं. आइए जानते हैं शाम को सोने के नुकसान. 


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देवी-देवता होते हैं नाराज
कहा जाता है कि शाम के वक्त देवतागण पृथ्वी पर भ्रमण करते हैं और ऐसे में जो लोग सोते हुए मिलते हैं उनका भाग्य खराब होता है. हालांकि अगर कोई व्यक्ति बीमार है, बुजूर्ग है या कोई गर्भवती स्त्री है तो ये लोग अपनी सुविधा के अनुसार दिन में किसी भी समय सो सकते हैं. ऐसे लोगों को किसी भी समय पर सोने से कोई दोष नहीं लगता है, लेकिन कोई व्यक्ति अकारण गलत समय में सोता है तो यह शुभ नहीं माना जाता है.


शरीर पर पडे़गा गलत प्रभाव 
वैज्ञानिक तौर पर देखें तो शाम को सोने से हमारी रात की नींद और पाचन तंत्र का रुटीन बिगड़ जाता है. अगर हम शाम को सो जाते हैं तो हमें रात को अच्छी नींद नहीं आती और पूरी रात हम करवट बदलते रहते हैं. इससे हमारी सेहत पर गलत प्रभाव पड़ता है. आपके शरीर भी अच्छे तरीके से काम नहीं करते हैं.


जानें सोने के सही समय और तरीका
नींद का बैलेंस गड़बड़ाया तो इसके कई नुकसान हो सकते हैं. कम नींद लेने से अक्सर लोगों का ध्यान किसी एक जगह नहीं टिक पाता है, जिससे उनकी कार्यक्षमता प्रभावित होती है. मेडिकल एक्सपर्टस् के मुताबिक दोपहर में आप अगर 45 मिनट की नींद लेते हैं तो यह शरीर के लिए अच्छा है. सुबह जल्दी उठे व्यक्ति जो काम पर गया है उसके लिए यह जरुरी भी है. इससे शरीर में उर्जा रहती है. वहीं आवश्यकता से अधिक नींद से बेचैनी, सिरदर्द, आलस शरीर में घर कर जाता है जो आपके काम करने की क्षमता को प्रभावित कर सकता है.


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(disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और विभिन्न जानकारियों पर आधारित है. zee media इसकी पुष्टि नहीं करता है.)