आयुष्मान योजना में फर्जीवाड़ा करने डॉक्टर का रद्द होगा पंजीयन! अन्य अस्पतालों की भी जांच शुरू
आयुष्मान भारत योजना के तहत करीब 200 मरीजों के उपचार में फर्जीवाड़ा कर डॉ. विवेक परिहार पर लाखों रुपए का गबन करने का आरोप है. अस्पताल में बिचौलिए के जरिए मरीजों को भर्ती कर अधिक बिल राशि या पूरे फर्जी बिल लगाए जाते थे.
प्रमोद शर्मा/भोपालः मध्यप्रदेश पुलिस ने आयुष्मान योजना में फर्जीवाड़ा करने के आरोप में एक डॉक्टर और उसके एक सहयोगी को गिरफ्तार किया है. अब खबर आ रही है कि आरोपी डॉक्टर का पंजीयन रद्द हो सकता है. मेडिकल काउंसिल इस पर विचार कर रही है. बता दें कि वैष्णों अस्पताल के संचालक डॉ. विवेक परिहार पर आयुष्मान योजना के तहत फर्जीवाड़ा कर लाखों रुपए का गबन करने का आरोप है.
भोपाल के मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी ने अस्पताल को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने आयुष्मान भारत योजना के तहत अस्पताल में नए मरीजों को एडमिट करने और उनके इलाज पर रोक लगा दी है. वहीं एक अस्पताल में धांधली सामने आने के बाद प्रदेश के चार अन्य अस्पताल भी संदेह के घेरे में आ गए हैं. जिनकी स्वास्थ्य विभाग द्वारा अपने स्तर पर जांच की जा रही है.
बता दें कि भोपाल पुलिस की अपराध शाखा के पुलिस उपायुक्त अमित कुमार ने शुक्रवार को जानकारी दी थी कि आयुष्मान भारत योजना के तहत करीब 200 मरीजों के उपचार में फर्जीवाड़ा कर डॉ. विवेक परिहार पर लाखों रुपए का गबन करने का आरोप है. अस्पताल में बिचौलिए के जरिए मरीजों को भर्ती कर अधिक बिल राशि या पूरे फर्जी बिल लगाए जाते थे. इस तरह आरोपी डॉक्टर ने लाखों रुपए का गबन किया.