नितिन चावरे/कटनी:  कटनी के लमतरा ब्रिज से लगी निजी जमीन पर स्थापित बाबा साहब  भीम राव अंबेडकर की मूर्ति को चुराकर खंडित करने का मामला गरमाता जा रहा है. रविवार को बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों ने हंगामा किया और प्रशासन से  4 सूत्रीय मांगें की. जोरदार हंगामा और बेकाबू प्रदर्शनकारियों को देखते हुए पुलिस विभाग और प्रशासनिक अधिकारी अपने दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे. इसके बाद सभी मांगों के निराकरण में जुट गए. 


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जानें पूरा मामला
मामला कटनी के कुठला थाना अंतर्गत लमतरा गांव का है. यहां लमतरा ब्रिज से लगी निजी जमीन पर स्थापित बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की  मूर्ति चोरी हो गई थी. इसके बाद मूर्ति खंडित पाई गई थी. खंडित मूर्ति का मामला गरमाने के बाद पुलिस ने मूर्ति तोड़ने के आरोप में राजेश पटेल और उसकी पत्नी सुलेखा पटेल को हिरासत लेकर कार्रवाई शुरू कर दी थी. अब प्रदर्शनकारी उनकी रिहाई की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. 


प्रदर्शनकारियों की 4 सूत्रीय मांगे
प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन से 4 सूत्रीय मांगे की हैं. इसमें बाबा भीमराव अंबेडकर के लिए डेढ़ एकड़ जमीन, आरोपी पति-पत्नी को रिहा करने, मामले की जांच में SC-ST वर्ग के अधिकारी को शामिल करने और नंदन गौर की जमीन का पुनः सीमांकन कराने जैसी मांग रखी गई है. प्रदर्शनकारियों ने बताया कि बाबा साहब की मूर्ति तोड़ने का मामला समाने आया था, जिसके बाद वे लोग मौके पर पहुंचे हैं. जिसने मूर्ति स्थापित की है वो मूर्ति क्यों तोड़ेगा ऐसे कई सवालों को लेकर प्रशासन से चर्चा की है. साथ ही 4 मांग हैं, जिन्हें प्रशासन के समक्ष रखा गया है.


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क्या कह रहे हैं अधिकारी
पूरे मामले में SDM प्रिया चंद्रावत ने बताया की मूर्ति चोरी कर खंडित करने का मामला समाने आया था, जिसके बाद मौके पर पहुंचे है. प्रदर्शनकारियों ने अपनी मांग रखी है, जिसे उच्चाधिकारियों से बात करके पूरा किया जाएगा. CSP विजय प्रताप के मुताबिक मामला निजी भूमि से जुड़ा है, जिस पर कई मामलों पर आरोपी रहे राजेश पटेल द्वारा कब्जा की नियत से काम किया गया था. इस बीच भूमि स्वामी नंदन गौर द्वारा बाबा साहब की मूर्ति चोरी होने की शिकायत दर्ज कराई गई, जिस पर पुलिस ने जांच करते हुए आरोपी पति राजेश और पत्नी सुलेखा को हिरासत में लिया है. वही प्रदर्शनकारियों ने निष्पक्ष जांच की मांग रखी है, जिसे पूरा किया जाएगा.