Bhopal Cyber Crime: आज के समय में हर कोई डिजिटलाइजशन (digital) की तरफ भाग रहा है. कोई भी चीज खरीदनी बेचनी हो सब ऑनलाइन तरीकों (online method)को अपना रहे हैं. जहां पर एक तरफ इससे लोगों को भागदौड़ से राहत मिली है वहीं दूसरी तरफ साइबर अपराधियों का खतरा भी बढ़ा है. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh)की राजधानी भोपाल में बीते एक साल में बड़े पैमाने पर साइबर अपराध की घटनाएं सामने आई है. भोपाल में क्राइम ब्रांच पुलिस (Crime Branch Police) को 4100 शिकायतें मिली और कुल मिलाकर 13 करोड़ की ठगी की गई.


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अन्य राज्यों से हो रही ठगी
साइबर क्राइम की पुलिस ने जब इन लोगों की शिकायतों की जांच करना शुरू की तो उसके सामने साइबर क्राइम का नया अध्याय सामने आया. इसमें भोपाल के रहने वाले लोगों से दिल्ली, चेन्नई राजस्थान, एनसीआर और उप्र में बैठे जालसाज ठगी कर रहे हैं. इसके लिए जालसाज ओडिशा, असम और पश्चिम बंगाल सहित अन्य राज्यों से फर्जी पते पर मोबाइल सिम खरीदते हैं इसके बाद इसी नंबर के जरिए अपराध करते हैं. जब तक साइबर क्राइम की टीम इन लोगों तक पहुंचती है उसके पहले ही ये अपराधी सिम को निकाल कर फेंक देते हैं. दूसरे राज्य से नंबर लेकर और अन्य राज्य में अपराध करके ये पुलिस को भ्रमित करने का काम करते हैं.


चेन्नई बैंगलुरू से आईफोन का फ्राड
भोपाल के रहने वाले लोगों को मंहगे आईफोन मोबाईल को कम दामों पर दिलाने के नाम पर भी फ्राड किया जा रहा है. इसके लिए अपराधी सोशल मीडिया का भरपूर प्रयोग कर रहे हैं. ये साइबर ठग अपना कारोबार बैंगुलुरू और चेन्नई से चला रहे हैं. साइबर पुलिस के अनुसार इस तरह के काम 50 प्रतिशत देश की राजधानी दिल्ली से तो 50 प्रतिशत चेन्नई बैंगलुरू से की जा रही है.


कॉल सेंटर, न्यूड वीडियो कॉल
भोपाल में पिछले एक साल में साइबर ठगी के जो 4100 मामले सामने आए हैं उनमें कॉल सेंटर और न्यूड वीडियो कॉल के जरिए भी लोगों के साथ ठगी की गई है. इसमें पुलिस  ने 11 फेंक कॅाल सेंटर को बंद करवाया था. जो राजधानी दिल्ली से संचालित होते थे यहां पर आने कॅालसेंटरों के माध्यम से होने वाले फ्राड में सबसे ज्यादा काल दिल्ली से ही आई थी. इसके अलावा न्यूड वीडियो काल के मामले राजस्थान और यूपी बार्डर से सामने आए हैं. इन इलाकों से ऐसे 95 प्रतिशत वीडियो कॅाल आई है.