पढ़ाई के लिए पिटाई: बच्चों से ऐसा बर्ताव कितना सही कितना गलत? क्या कहते हैं मनोचिकित्सक
Beating for studies With Children: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में ट्यूशन टीचर द्वारा बच्ची के पिटाई का मामला सुर्खियों में बना हुआ है. ऐसे केस इनदिनों आम हो गए हैं. ऐसे में जानिए इसका बच्चों पर इसका क्या असर पड़ता है और मनोचिकित्सक इसे लेकर क्या कहते हैं?
Beating for studies With Children in Bhopal: भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में बेरहम ट्यूशन टीचर ने 5 साल की मासूम को पैरेट की स्पेलिंग नहीं बता पाने पर इस कदर पीटा की हाथ फ्रैक्चर हो गया. पांच वर्षीय मासूम का निजी अस्पताल में इलाज चल रहा हैं. पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. अब सवाल ये उठता है कि इस तरह से बच्चों की पढ़ाई कराना कितना सही और कितना गलत है. क्योंकि आए दिन इस तरह के मामले देश में सामने आ रहे हैं. पढ़िए बच्चों के साथ पढ़ाई को लेकर इस तरह के व्यवहार पर मनोचिकित्सक क्या कहते हैं?
क्या कहते हैं मनोचिकित्सक?
मनोचिकित्सक डॉ सत्यकांत त्रिवेदी का कहना है कि तनाव प्रबंधन की बहुत जरूरी है. देश में पढ़ाई को लेकर मारपीट बहुत एक्सेप्टेबल है, जिसे बदलने की जरूरत है. सत्यकांत त्रिवेदी के अनुसार, बच्चों के साथ पढ़ाई के लिए मारपीट करने से उनका आजीवन पढ़ाई में विश्वास कम हो सकता है. बच्चे हमेशा डरे-डरे से रह सकते हैं. पढ़ाई की प्रवृत्ति खत्म हो जाती है. एडिक्शन के शिकार हो सकते हैं. गलत संगति में जा सकते हैं.
ये भी पढ़ें: हमेशा याद रहेंगी 2022 की ये खट्टी-मीठी यादें, 5 मिनट में पढ़ें मध्य प्रदेश की सालभर की घटनाएं
बच्चों को पढ़ाने के लिए क्या करें?
मनोचिकित्सक डॉ सत्यकांत त्रिवेदी की माने तो बच्चों के साथ हमेशा अच्छा व्यवहार किया जाना चाहिए. खेल-खेल में बच्चों को पढ़ाने का मॉडल बेहतर है और बच्चों के साथ में टीचर का इंवॉल्वमेंट जरूरी है. इस तरह से बच्चे का सर्वांगीण विकास होता है.
ICU में एडमिट है बच्ची
मासूम बच्ची को ट्यूशन टीचर के मारपीट के मामले में बच्ची के मामा ने बताया कि वह करीब 6 महीने ट्यूशन पढ़ने टीचर के घर जाती थी. जिस दिन यह घटना हुई उस वक्त वो बाहर थे. डॉक्टरों को दिखाने के बाद हाथ टूटने की जानकारी सामने आई. बच्ची के मामा ने बताया कि बच्ची के मुंह से भी खून आ रहा था. फिलहाल मासूम का इलाज चल रहा है और हाथ में रॉड डालकर ऑपरेशन किया गया है. अभी वह ICU में एडमिट है.
ये भी पढ़ें: सिर की खुजली पका देती है दिमाग? ये घरेलू उपाय करेंगे आपकी मदद
अच्छी स्कूल में दाखिले के लिए लगाया था ट्यूशन
बच्ची के परिजनों के अनुसार, उसे अच्छे स्कूल में दाखिला दिलाने के लिए ट्यूशन लगाया गया था, जिससे वो पढ़ाई में थोड़ी अच्छी हो जाए और किसी अच्छे स्कूल का टेस्ट निकाल ले.
ये भी पढ़ें: नए साल में बिजली कंपनी का 'झटका', अब इतने रुपये बढ़कर आएगा बिल
क्या है मामला?
बुधवार को प्रयाग विश्वकर्मा नामक ट्यूशन टीचर हबीबगंज थाना क्षेत्र के जनता क्वार्टर में पांच साल की मासूम को ट्यूशन पढ़ा रहा था. उसी दौरान जब मासूम पैरेट की स्पेलिंग नहीं बता पाई टीचर ने बच्ची की जमकर पिटाई की. इसमें उसका हाथ टूट गया. मासूम बच्ची अपने मामा के यंहा रहकर पढ़ाई करती है. मामा की शिकायत पर भोपाल के हबीबगंज थाना में मामला दर्ज कर टीचर को गिरफ्तार कर लिया है.
Video: कितनी बदल गईं सपना चौधरी? देखें 5 साल पहले इंस्टाग्राम पर शेयर हुआ उनका पहला वीडियो