इरशाद हिंदुस्तानी/बैतूल। बैतूल के जिला अस्पताल से एक ऐसा मामला सामने आया है. जहां मरीजों से दवाई के नाम पर उगाही हो रही थी और उन्हें इस बात की कोई जानकारी भी नहीं थी कि उनका पैसा गलत हाथों में जा रहा है. लेकिन अब जब इस मामले का खुलासा हुआ तो सब हैरान रह गए. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

नर्स बनकर महिला कर रही थी उगाही
बैतूल के जिला अस्पताल में एक महिला स्टाफ नर्स की यूनिफॉर्म पहनकर मरीजों से उगाही करती पकड़ी गई है. महिला के पकड़े जाने के बाद उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया. महिला ने पूछताछ में बताया कि वह मरीजों और उनके परिजनों से इलाज कराने के नाम पर रुपया मांगती थी, वहीं अस्पताल की दवाएं बाहर ले जाकर बेचती थी. 


इस तरह पकड़ी गई महिला 
सिविल सर्जन डॉ अशोक बारंगा ने बताया कि जिला चिकित्सालय बैतूल के मेटरनिटी वार्ड में एक महिला जिसने अपना नाम रंजना मर्सकोले बताया है, वह नर्सिंग ऑफिसर की सफेद यूनिफॉर्म में थी, यह महिला चिकित्सालय के दवा वितरण केंद्र से वार्ड के मरीजों की पर्ची पर बीटाडीन के ट्यूब सहित अन्य दवाइयां इकट्ठा कर रही थी, जिन्हें वह बाहर जाकर बेचने वाली थी. डॉ. बारंगा ने बताया कि जिला चिकित्सालय बैतूल में आए मरीजों से ऑपरेशन कराने और इलाज के नाम पर यह महिला पैसे मांगती थी. वह सफेद यूनिफॉर्म का गलत इस्तेमाल कर मरीजों के बीच भ्रम फैलाती रही है कि वह नर्स है. इसी चक्कर में सब उसे पैसे भी दे देते थे. बताया जा रहा है कि इससे पहले भी महिला ने अस्पताल से दवाईयां चुराकर बाहर बेची थी.


अलग-अलग नाम बता रही है महिला 
महिला अस्पताल में मरीजों को अपना अलग-अलग नाम बता रही है, कभी अपना नाम रंजना मर्सकोले बता रही है तो कभी अपना नाम अंजलि भी बता रही है. पकड़ी गई महिला का कहना है कि उससे गलती हो गई है. वह अपने पति की प्रताड़ना से बचने के लिए जिला अस्पताल आती है. जहां पर यूनिफॉर्म पहनकर इसलिए घूमती थी ताकि सेफ रहे. उसका पति उसे बहुत ज्यादा टॉर्चर करता है. वह पिछले आठ दिनों से ऐसा कर रही है. 


पुलिस का कहना है कि वह इस मामले की जांच कर रही है. क्योंकि महिला ने अपनी अलग कहानी बताई है. इसलिए वह इस मामले की जांच कर रहे हैं. 


WATCH LIVE TV