बैरसिया में घटिया सड़क निर्माण मामले में एक्शन, कंपनी का ठेका निरस्त और ब्लैकलिस्टेड, सब इंजीनियर सस्पेंड
Bhopal News: भोपाल के बैरसिया में घटिया सड़क बनाने का ठेका रद्द कर कंपनी को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया है. निरीक्षण में लापरवाही बरतने के कारण सब इंजीनियर मुकेश रावत को निलंबित कर दिया गया है.
Bhopal Berasia Road: भोपाल के बैरसिया इलाके में करोड़ों की लागत से बनी सड़क एक सप्ताह के भीतर ही टूट गई, जिससे लोगों में आक्रोश फैल गया. इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद यह घटना प्रकाश में आई. जिसके बाद तत्काल प्रशासनिक कार्रवाई की गई. निर्माण कंपनी का ठेका रद्द कर दिया गया और उसे ब्लैक लिस्ट में डाल दिया गया. वहीं, निरीक्षण में लापरवाही के कारण सब-इंजीनियर मुकेश रावत को सस्पेंड कर दिया गया. सड़क की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठने के बाद पीडब्ल्यूडी मंत्री ने जांच के आदेश दिए थे.
बता दें कि भोपाल के बैरसिया में घटिया सड़क बनाने वाली कंपनी का ठेका निरस्त कर दिया गया है. साथ ही कंपनी को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया है. निरीक्षण में लापरवाही बरतने के आरोप में बैरसिया सब-डिवीजन के सब-इंजीनियर मुकेश रावत को भी निलंबित कर दिया गया है. निर्माण कंपनी एए कंस्ट्रक्शन ने रामपुरा से कचनारिया तक 8 किलोमीटर की सड़क घटिया तरीके से बनाई थी, जिसके बाद कल लोक निर्माण मंत्री (PWD) राकेश सिंह ने जांच के आदेश दिए थे. आज जांच में घटिया गुणवत्ता की पुष्टि हुई, जिसके बाद तत्काल कार्रवाई की गई.
जानिए पूरा मामला?
दरअसल, कुछ दिन पहले भोपाल के बैरसिया में रामपुरा से कचनारिया मार्ग तक 8 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण किया गया था. इसी को लेकर एक वीडियो सामने आया था, जिसमें एक युवक आसानी से अपने हाथों से सड़क खोद रहा था, जिससे निर्माण की घटिया गुणवत्ता उजागर हुई थी. बता दें कि इस वीडियो को कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने भी शेयर किया था. उन्होंने भाजपा सरकार की आलोचना की थी. कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने एक्स पर वीडियो पोस्ट करके भाजपा पर निशाना साधा था. उन्होंने भाजपा के विकास के दावों पर तंज कसते हुए सवाल उठाते हुआ पूछा था, "क्या यह मोदी जी के विकास की गारंटी है, जो 1 हफ्ते में ही सड़कें टूटने लगी है ? क्या यही वाशिंगटन से अच्छी सड़कें है ?"
वहीं, इसके बाद लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने जांच के आदेश दिए, जिसमें पता चला कि ठेकेदार ने वाकई घटिया काम किया और एक्शन लिया गया है.